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Omicron की दहशत: अमेरिका में वैक्सीनेटेड लोगों को भी हो रहा है कोरोना, क्या कहते हैं एक्सपर्ट जानें
नई दिल्ली। दुनिया भर से कोरोना (Corona) के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर डराने वाली खबर सामने आने लगी है। ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका (US) में ओमीक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यहां अब तक 40 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ये जानकारी सीडीसी ने शुरुआती डेटा के आधार पर दी है। सीडीसी के प्रमुख के अनुसार जितने लोग भी यहां ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से तीन-चौथाई से अधिक लोगों को वैक्सीन लगी है। उन्होंने बताया कि मरीजों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी, फिर भी वे ओमीक्रॉन के चपेट में आ गए। उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि सभी मरीज मामूली रूप से बीमार थे। इनमें से अधिकांश युवा थे और लगभग एक तिहाई लोगों ने इंटरनेशनल ट्रैवलिंग की थी।
एसोसिएटेड प्रेस को दिए एक इंटरव्यू में CDC की डायरेक्टर डॉक्टर रोशेल वालेंस्की ने कहा कि फिलहाल डेटा बहुत सीमित हैं और एजेंसी इस बारे में अधिक जानकारी जुटाने पर काम कर रही है। दुनिया भर में चल रहे बूस्टर डोज की सुगबुगाहट को लेकर उन्होंने कहा कि आमतौर पर हम जानते हैं कि एक वैरिएंट में जितने ज्यादा म्यूटेशन होंगे, आपको उतनी ज्यादा इम्यूनिटी की जरूरत होगी। हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर किसी की इम्यूनिटी मजबूत रहे। हम अपने दिशानिर्देश उसी हिसाब से बना रहे हैं।
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सीडीसी ने कहा कि ये बीमारी हल्की है। उन्होंने बताया कि अभी तक ओमीक्रॉन संक्रमित मरीजों में कफ, सीने में जकड़न और थकान जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। राहत की बात यह है कि 40 में से सिर्फ एक को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है। सीडीसी ने कहा कि ओमीक्रॉन के कुछ मामले दिन और सप्ताह बीतने के साथ गंभीर भी हो सकते हैं, क्योंकि अभी इसके डेटा बिल्कुल शुरुआती चरण के हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओमीक्रॉन वैरिएंट की पहचान पिछले महीने सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में की गई थी। इसके बाद से अब तक 57 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। वालेंस्की ने कहा कि ओमीक्रॉन के तीन-चौथाई से अधिक मरीजों को वैक्सीन लगी थी और एक तिहाई ने हाल ही में बूस्टर भी लिया था। बूस्टर के पूरी तरह प्रभावी होने में लगभग दो हफ्ते का समय लगता है। इनमें से कुछ लोगों ने उसी समय अपनी वैक्सीन की डोज ली थी।
दुनिया भर के वैज्ञानिक इस बात को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ओमीक्रॉन किस तरह इतनी आसानी से फैल रहा है। ब्रिटिश अधिकारियों के अनुसार, एक महीने के अंदर ओमीक्रॉन वैरिएंट UK में पूरी तरह हावी हो सकता है। सीडीसी ये समझने की कोशिश कर रहा है कि ये कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट की तुलना में हल्का होगा या फिर ये ज्यादा गंभीर साबित होगा। सीडीसी के अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल ओमिक्रॉन के सभी लक्षण हल्के हैं। ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि यहां जितने लोग भी इस वैरिएंट से संक्रमित हैं, वो वैक्सीनेटेड हैं और ऐसे लोगों में बीमारी के हल्के लक्षण ही दिखते हैं।