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एक राजा का जाना-वीरभद्र सिंह केवल नाम नहीं संस्थान थे
हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह( Former CM Virbhadra Singh) का आज सुबह निधन हो गया। वीऱभद्र सिंह का जन्म 23 जून , 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा बीसीएस शिमला व दिल्ली में हुई। वीरभद्र सिंह को पं जवाहरलाल नेहरू राजनीति में लेकर आए थे। 25 वर्ष की आयु में सांसद बन कर उन्होंने इतिहास रचा था। हिमाचल की सियासत के बेताज बादशाह माने जाने वाले वीरभद्र सिंह राजनीति का संस्थान थे। उनके निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
वीरभद्र सिंह की पार्थिव देह को आईजीएमसी से उनके शिमला स्थित निवास हॉली लॉज ले जाया गया, जहां पर लोग उनके अंतिम दर्शनों के लिए सुबह से पहुंच रहे हैं। इसके बाद लोगों के अंतिम दर्शनों के लिए उनकी पार्थिव देह को पार्टी मुख्यालय भी ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार 10 जुलाई, शनिवार को रामपुर बुशहर में किया जाएगा।सीएम जयराम ठाकुर ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा , प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन महामंत्री पवन राणा, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल एवं त्रिलोक कपूर ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है और उनके परिजनों के प्रति अपने संवेदना व्यक्त की है।