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वीरभद्र सिंह के गढ़ में क्या बीजेपी खिला पाएगी इस बार कमल
विधानसभा के चुनावी शोर के बीच बात करते हैं हिमाचल की ऐसी सीट की जहां पर कांग्रेस यानी राजा साहब का कब्जा रहा है। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का गढ़ कह जाने वाले रामपुर बुशहर विधानसभा सीट पर बीजेपी आज तक कमल नहीं खिला पाई है। यही कारण है कि इस बार तमाम विरोध और कायदे कानून का दरकिनार रख बीजेपी ने नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। रामपुर विधानसभा सीट से इस बार बीजेपी ने कौल नेगी को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने अपने पुराने उम्मीदवार नंदलाल पर भरोसा है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने इस सीट से उदय सिंह डोगरा मैदान में है। सीएम जयराम ठाकुर के खास कौल सिंह चुनाव से पहले काफी समय से यहां पर सक्रिय थे।
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बीजेपी ने 2017 में बीजेपी प्रत्याशी रहे प्रेम सिंह ड्रेक को बीजेपी ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था, ड्रेक साल 2017 के चुनाव में हार गए थे लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रेम सिंह ड्रेक का टिकट काट दिया है। उनकी जगह बीजेपी कौल सिंह नेगी को टिकट दे दिया है। इतना ही नहीं कांग्रेस की ओर से बीजेपी कौल नेगी के नामांकन पर आपत्ति को लेकर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की जा चुकी है। कांग्रेस का आरोप कौल नेगी मूल रूप से किन्नौर के रहने वाले हैं। ऐसे में वे अनुसूचित जनजाति के लाभ लेने के योग्य हो जाते हैं, लेकिन नेगी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रामपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए जो सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाया है, वह रामपुर प्राधिकरण अधिकारी से लिया है।जबकि यह सर्टिफिकेट निचार से लिया जाना था। क्योंकि वह रूप से निचार में रहते हैं। प्रणय प्रताप ने कहा कि कौल नेगी ने 16 अगस्त, 2022 को रामपुर से यह सर्टिफिकेट प्राप्त किया। इससे यह साफ होता है कि उन्होंने केवल चुनाव लड़ने की मंशा से ही यह सर्टिफिकेट लिया है। हिमाचल कांग्रेस लीगल सेल ने चुनाव आयोग से कौल नेगी पर कार्रवाई की मांग की है।
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के नंद लाल ने बीजेपी के प्रेम सिंह को हरा कर जीत हासिल की थी। नंद लाल को 48.2 प्रतिशत वोट और बीजेपी के प्रेम सिंह को 40.7 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं, इस बार भी लोगों में इस बात को लेकर काफी उत्साह है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट की दावेदारी किस पार्टी के हाथ आती है।
कांग्रेस ने लगातार जीत की हासिल
रामपुर बुशहर की विधानसभा सीट पर 1972 में कांग्रेस के नेक राम नेगी, 1977 में जेएनपी के निन्जू राम, 1982 में कांग्रेस के सिंघी राम, 1985 में नेक राम नेगी, 1990, 1993, 1998 और 2003 तक कांग्रेस के सिंघी राम ने लगातार इस सीट पर जीत हासिल की, 2007, 2012 और 2017 में कांग्रेस के नंद लाल ने जीत हासिल की।
ऐसा रहा चुनाव का परिणाम
बता दें कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नंद लाल कुल 25,730 वोटों से पहले स्थान पर रहे। जबकि, बीजेपी के प्रेम सिंह ड्रेक को 21,693 वोट मिले। वहीं, आईएनडी के सिंघी राम ने 3,800 वोट हासिल किए। हिमाचल विधानसभा चुनाव में कुल 55,07,261 मतदाता वोट डालेंगे, जिनमें 27,27,016 महिला और 27,80,208 पुरुष मतदाता हैं। इसके अलावा इस बार 37 थर्ड जेंडर पर वोट डालेंगे। हिमाचल में 1184 मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है।