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Himachal Vidhan Sabha का शीतकालीन सत्र , चार विधेयक सदन में हुए पेश
Himachal Vidhan Sabha Winter Session Tapovan : धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session) आज से तपोवन (Tapovan) में शुरू हो गया है। भोजन अवकाश के बाद संबंधित मंत्रियों ने चार विधेयक सदन में प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारी की भर्ती और सेवा की शर्तें विधेयक 2024, प्रदेश पुलिस संशोधन विधेयक 2024, प्रदेश भू-जोत अधिकतम सीमा संशोधन विधेयक 2024,प्रदेश पंचायती राज संशोधन विधेयक 2024 शामिल है। सभी विधायक ध्वनिमत से पारित हो गए
सदन में नियम 67 तहत चर्चामें भाग लेते हुए विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि बीजेप सरकार में दस प्रतिशत रेन्युअल पर काम देते रहे क्या वो भ्रष्टाचार नहीं सरकार बदलते ही सरकार ने से व्यवस्था को बंद के दिया. जिसका नतीजा यह हुआ की सरकार को छह सौ करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ। इन आरोपों पर विपक्ष ने आपत्ति जताई। जयराम ठाकुर ने चर्चा में भाग लेते हुए हमसे पूर्व भी कांग्रेस सरकार थी और पॉलिसी तब से चली आ रही है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा की छ सौ करोड़ रुपये का राजस्व प्रात करने वाली बात झूठ है। सीएम इस बात का जवाब दें।इस पर सीएम ने कहा कि सरकार ने छह सौ करोड़ रुपये राजस्व शराब के ठेकों की नीलामी से कमाया है।संजय अवस्थी ने चर्चा को आगे बढ़ते हुए कहा कि सीएम ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट को बढ़ावा दिया लेकिन विपक्ष इस पर भी आपत्ति जता रहा है ।
प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका
विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका। नियम 67 के तहत लाए गए काम रोको प्रस्ताव के चलते सारा काम स्थगित कर दिया है। सीएम सुक्खू ने कहा कि भ्रष्टाचार पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सदन में नहीं हैं। जयराम ठाकुर के समय के भी कुछ चिट्ठे यहां रखे जाने हैं। इस पर रणधीर शर्मा ने कहा कि जयराम भी आ जाएंगे। स्पीकर ने कहा कि बगैर पर्याप्त दस्तावेजों के बात की जा रही है। इसके बाद स्पीकर ने सदन की बैठक को दस मिनट के लिए फिर स्थगित किया गया।
कई भ्रष्टाचार के मामले हैं, सरकार समोसे की जांच कर रही
चर्चा दोबारा शुरू हुई तो विधायक रणधीर शर्मा ने कहा की कई भ्रष्टाचार के मामले हैं पर सरकार सीएम के समोसे की जांच ज़रूर कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम के चहेतों ने कम दामों पर जमीन खरीदी और वही जमीन ज़्यादा दामों पर एचआरटीसी को बेच दी। उन्होंने आरोप लगाय की एक विधायक के साले को पेट्रोल पम्प लगाने के लिए कांगड़ा ज़िला मुख्यालय में जमीन लीज पर दिलवाई जा रही है जबकि औपचारिकताएँ पूरी नहीं की गई है ।इस दौरान उन्होंने निगम के 18 होटलों को जानबूझ के घाटे में दिखाने का आरोप लगाया, और सीएम ने इन होटलों को निजी हाथों में देने के लिय मंजूरी दी थी।
स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा
विधानसभा सदन में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की। इस पर बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने हस्तक्षेप करते हुए स्थगन यानी काम रोको प्रस्ताव पर विचार करने की बात की। रणधीर शर्मा और अन्य बीजेपी विधायकों ने सुक्खू सरकार के दो साल के कार्यकाल में घोटालों और भ्रष्टाचार होने के आरोप में नियम 67 में स्थगन प्रस्ताव दिया। इस पर स्पीकर हस्तक्षेप करते रहे कि अभी प्रश्नकाल चलने दें। अब सारा काम रोककर इस स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है।
NEVA पर उपलब्ध होंगे विधानसभा के दस्तावेज
ई-विधान से अब NEVA पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के दस्तावेज उपलब्ध होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने सीएम सुक्खविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को आसन के पास बुलाक NEVA को शुरू किया। वर्ष 2014 में हिमाचल प्रदेश ने देश में पहली ई-विधान सेवा शुरू की थी। अब एक देश एक एप्लीकेशन के तहत राष्ट्रीय ई-विधान(NEVA) एप को शुरू किया गया है।