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सोमवार को भगवान शिव की इस तरह करें पूजा, दूर होंगे सभी कष्ट
हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित माना गया है। भोले शंकर को सभी देवों में सबसे उच्च स्थान प्राप्त है, इसलिए वे देवाधिदेव महादेव कहलाते हैं। वे कालों के भी काल महाकाल हैं। जिन लोगों पर शिव जी की कृपा होती है, उनके बड़े से बड़े संकट भी टल जाते हैं। भगवान शिव को मनुष्य तो क्या देवी-देवता, सुर-असुर, सभी पूजते हैं। भगवान शिव बहुत ही आसानी से प्रसन्न हो जाने वाले देव हैं। वे केवल भाव के भूखे हैं, यदि कोई श्रद्धा पूर्वक उन्हें केवल एक लोटा जल अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। भोलेनाथ की कृपा से व्यक्ति को सभी तरह के दुख दर्द से मुक्ति मिल जाती है। यदि आप भी भगवान भोलेनाथ की कृपा पाना चाहते हैं और अपनी हर इच्छा पूरी करना चाहते हैं तो सोमवार को भगवान की इस तरह से पूजा करें।
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- सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्यकर्मों को पूरा कर स्नानादि कर निवृत्त हो जाएं। पूजा स्थल पर बैठकर चौकी पर भगवान शिव और पार्वती का चित्र स्थापित कर पवित्रीकरण करें।
- भगवान शिव का जल से अभिषेक करें। पूजा में शिव जी को बिल्व पत्र, धतूरा, भांग, आलू, चंदन, चावल अर्पित करें।भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल और दूध चढ़ाएं।
- शिवलिंग पर धतूरा, भांग, आलू, चंदन, चावल अर्पित करें। सभी को तिलक लगाएं और फिर धूप, दीप जलाएं। भगवान शिव शंकर को घी, शक्कर या प्रसाद का भोग लगाएं।
- महामृत्युंजय मंत्र और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। संभव हो तो इस दिन व्रत जरूर रखें। शाम को पूजा करने के बाद कर व्रत खोलें। आप चाहें तो यह पूरा व्रत फलाहार ही कर सकते हैं।
- बेलपत्र शिव जी बेहद प्रिय है, इसलिए सोमवार के दिन पूजा के दौरान भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र जरूर अर्पित करें। इससे शिव शम्भू प्रसन्न होंगे।
- भगवान भोलेनाथ जलाभिषेक करने से बेहद प्रसन्न होते हैं। ऐसे में प्रत्येक सोमवार को जलाभिषेक करें साथ ही मंत्रों का उच्चारण करते समय जल चढ़ाया जाए तो हमारा स्वभाव शांत एवं स्नेहमय हो जाता है।
- अपने जीवन में आई दरिद्रता को दूर करने के लिए भगवान शिव को शक्कर यानी चीनी अर्पित करनी चाहिए। इससे आपके जीवन में सुख और समृद्धि भी बढ़ेगी।
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भगवान शिव को पूजा या अभिषेक के दौरान केसर अर्पित करने से सौम्यता प्राप्त होती है। इसके अलावा भगवान शिव शंकर पर पूजा या अभिषेक के दौरान घी अर्पित करने से हमारी शक्ति में बढ़ोतरी होती है। - शिवलिंग पर इत्र अर्पित करने से व्यक्ति गलत रास्ते पर जाने से बच जाता है। साथ ही विचारों में भी पवित्रता और शुद्धता आती है।