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भारत के इस UT में Covid-19 के शून्य मामले; 11,000 छात्रों ने स्कूल जाना किया शुरू
नई दिल्ली। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच केंद्र सरकार द्वारा अनलॉक 5 (Unlock 5) के तहत 15 अक्टूबर से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। लेकिन अभी भी काफी सारे पैरेंट्स वैक्सीन से पहले बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं दिख रहे। दरअसल, अभिभावकों का मानना है कि जिस तरह से रोजाना शहर के हर एरिया में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना सही नहीं होगा। इस सब के बीच भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश ऐसा भी जहां कोरोना वायरस के शून्य मामले हैं और वहां के 11,000 बच्चों ने स्कूल (School) जाना शुरू भी कर दिया है। हम बात कर रहे हैं केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) लक्षद्वीप की।
मार्च से ही पर्यटकों के लिए पूरी तरह बंद है लक्षद्वीप
जहां पर इस अकादमिक सत्र में पहली बार मंगलवार को प्राइमरी स्कूल दोबारा खुल गए। कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल पहले ही खुल गए थे और अब 11,000 से ज़्यादा छात्र लक्षद्वीप में स्कूल जाना शुरू कर चुके हैं। गौरतलब है, लक्षद्वीप (Lakshadweep) में अब तक एक भी कोविड-19 का मामला सामने नहीं आया है। इसका नतीजा यह है कि प्रदेश में अब सभी स्कूलों को खोल दिया गया है। 64,000 की आबादी वाले लक्षद्वीप में कोविड 19 से बचने के लिए यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्य रूप से कोरोना जांच करानी पड़ती है। साथ ही यहां पर क्वारंटाइन को लेकर भी कड़े नियम हैं। मार्च के अंत में लॉकडाउन से पहले ही लक्षद्वीप ने हवाई पट्टी और बंदरगाहों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है।
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लक्षद्वीप के अलावा हरियाणा में ट्रायल के तौर पर बहुत पहले ही स्कूल खोले गए थे। वहीं, राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में फिलहाल 9वीं से 12वीं तक के स्कूल परामर्श के लिए खुल चुके हैं। इनमें सरकारी स्कूलों में 10 से 12% छात्र ही पहुंच रहे हैं वहीं, निजी स्कूलों की बात करें तो वहां पर छात्रों की संख्या इससे भी काफी कम है।