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बिना अनुमति के 27 साल से चल रही थी ITI , बांटे हजारों जाली सर्टिफिकेट
देहरा के हनुमान चौक में कोरोना काल में बंद हुई ITI पर फर्जी सर्टिफिकेट बांटने के आरोप लगे हैं। साल 1995 से 2021 तक चली इस ITI में हजारों लोगों ने सर्टिफिकेट लिए, जो कि फर्जी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि अगर जांच होती है तो सैकड़ों लोगों की सरकारी नौकरी जा सकती है। एक आरटीआई से खुला यह राज अब हिमाचल में एक बड़े घोटाले की ओर बढ़ता दिख रहा है। आरटीआई से खुलासा हुआ है कि जिस ITI से यह बेसिक कंप्यूटर कोर्स का सर्टिफिकेट लिया वो फर्जी है, क्योंकि ITI के पास संस्थान चलाने का कोई भी दस्तावेज नहीं है। संस्थान ने टेक्निकल यूनिवर्सिटी से ITI खोलने की परमिशन नहीं ली थी। सवाल उठता है कि फिर सरकार की नाक तले 27 साल एक ITI फर्जी रूप से कैसे चलती रही। ITI संचालक ने भी एक प्रस्ताव डालकर यह माना कि उन्होंने बेसिक कंपयूटर कोर्स के सर्टिफिकेट बांटे हैं। प्रस्ताव में यह भी लिखा है कि 2021 में यह ITI बंद कर दी गई है। बहरहाल बीडीओ नादौन की ओर से दिए गए जांच के आदेश पर अभी विभागीय कार्यवाही की जा रही है। जांच के बाद कई लोगों की सरकारी नौकरी पर संकट के बादल छा जाएंगे, अगर उन्होंने इस ITI से बेसिक कंप्यूटर कोर्स या अन्य सर्टिफिकेट लिए होंगे।