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उसके मरीजों की लाइन लंबी कैसे…और अस्पताल में भिड़ गई महिला डॉक्टर
सुनैना जसवाल/ऊना। जिला मुख्यालय के रीजनल अस्पताल (Regional Hospital) में सोमवार सुबह तब हंगामे की स्थिति बन गई, जब एक महिला डॉक्टर (Women Doctor) ने दूसरी महिला डॉक्टर (Another Lady Doctor) के कमरे के बाहर मरीजों की लंबी लाइन देखी। अस्पताल के गायनेकोलॉजी विंग में दोनों डॉक्टरों के बीच पहले मामूली कहा-सुनी (Spat) हुई, जो हंगामे (Ruckus) में बदल गई। यहां तक मरीज और उनके परिजन भी हैरान रह गए। अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. विकास चौहान ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और दोनों डॉक्टरों को अपना काम करने को कहा।
असल मामला यह रहा
एक महिला डॉक्टर के परिजनों (Relatives) का कहना था कि उनकी बेटी के पास मरीजों को पहुंचने का रास्ता नहीं दिया जाता और मरीजों की पर्चियां जबरन दूसरे डॉक्टर को दे दी जाती हैं। वहीं दूसरी महिला डॉक्टर का दावा था कि वह केवल अपने ही मरीजों की जांच करती हैं। डॉक्टर के परिजनों ने विभागीय अधिकारियों (Hospital Authorities) पर भी ताबड़तोड़ गंभीर आरोप लगाए। डॉक्टरों के बीच हुई इस नोंक-झोंक से क्षेत्रीय अस्पताल में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। अस्पताल में मौजूद लोगों को यह समझने में भी काफी वक्त लग गया कि आखिर पूरा मुद्दा था क्या।
मरीजों की पर्चियां छीनीं: प्रियंका शर्मा
अस्पताल में तैनात गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका शर्मा ने कहा कि उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है। वह अपने मरीजों की जांच अपने चेंबर में कर रही थी। इसी दौरान दूसरी चिकित्सक ने मरीजों से जबरन ओपीडी की पर्चियां छीन कर ले जाने का प्रयास किया, जिसका उन्होंने विरोध किया।
चेंबर तक पहुंच ही नहीं पाते मरीज: स्विंकी जैन
दूसरी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्विंकी जैन का आरोप है कि उनके चेंबर तक मरीजों को पहुंचने ही नहीं दिया जाता। मरीजों को दूसरी चिकित्सक द्वारा जबरन छीन कर ले जाए जाते हैं। वही उनके बारे में अस्पताल परिसर सहित मरीजों में भी कई तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं।
मामले की होगी जांच: सुपरिंटेंडेंट
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. विकास चौहान ने कहा कि चिकित्सकों की आपसी बहस और झड़प के चलते रोगियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है। दोनों को अपने काम पर फोकस करने की हिदायत जारी की गई है। मामले को लेकर विभागीय जांच अमल में लाई जाएगी।