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29 साल पहले ऐसे भेजा गया था एसएमएस, क्या लिखता था उसमें, यहां जानें
इस साल एसएमएस (SMS) 29 साल का हो गया है। वो ही एसएमएस जो हम कीपैड वाले मोबाइल फोन (Mobile Phone) से एक-दूसरे को भेजा करते थे। आज के जमाने में नेटपैक (Netpack) के साथ हर रोज 100 मैसेज फ्री मिल रहे हैं, लेकिन एक ऐसा दौर था, जब एक नार्मल टेक्स्ट मैसेज (Massage) भेजने पर भी जेब से पैसे खर्च करने पड़ते थे। धीरे-धीरे चीज़ों में बदलाव आया और फिर फ्री डे पैक्स का ज़माना आया। उस समय और कुछ भले ही याद रहे न रहे, लेकिन एक दिन में मिलने वाले सिर्फ 100 एसएमएस की गिनती ज़रूर याद रहती थी। अब जब आप अपने स्मार्टफोन (Smartphone) पर टाइपिंग और टेक्स्टिंग में व्यस्त होते हैंए तो क्या आपने कभी सोचा है कि यह सब कैसे शुरू हुआ। इतना ही नहीं, क्या आप जानते हैं कि दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज कौन सा था। आपको बताते चलें कि यह 29 साल पहले, 3 दिसंबर 1992 को लिखा गया था। एमएमएस में एक सिंपल, लेकिन चियरफुल मैरी क्रिसमस लिखा हुआ था।
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15 अक्षर वाला यह मैसेज नील पापवर्थ द्वारा वोडाफोन (Vodafone) के नेटवर्क के माध्यम से लिखा गया था और वोडाफोन के कर्मचारी रिचर्ड जार्विस ने इसे क्रिसमस पार्टी के मौके पर रिसीव किया था। उस समय 22 साल के ब्रिटिश प्रोग्रामर नील पैपवर्थ ने कम्प्यूटर (Computer) से पहला एमएमएस भेजा था और फिर मॉडर्न मैसेजिंग की शुरुआत हुई। डेलीमेल के अनुसार, 2017 में नील पैपवर्थ ने कहा कि 1992 में मुझे नहीं पता था कि टेक्स्टिंग इतनी लोकप्रिय हो जाएगी और यह लाखों लोगों द्वारा यूज किए जाने वाले इमोजी और मैसेजिंग ऐप को जन्म देगा। आपको बताते चले कि ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने अब इस एसएमएस को एक एनएफटी (NFT) के रूप में नीलाम करने का फैसला किया है। ऐतिहासिक टेक्स्ट को अब एक एनएफटी के रूप में फिर से बनाया गया हैए जो अनिवार्य रूप से एक डिजिटल रसीद है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसारए आइकॉनिक टेक्स्ट मैसेज की नीलामी पेरिस में अगुट्स ऑक्शन हाउस द्वारा की जाएगी। लकी खरीदार टेक्स्ट मैसेज के वास्तविक संचार प्रोटोकॉल की विस्तृत और यूनिक रिप्लिका के एक्चुअल स्वामित्व वाला एकमात्र मालिक होगा।