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उत्तराखंड में ग्लेशियर की चपेट में आए 291 लोग निकाले सुरक्षित, 8 शव भी बरामद
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली से सटी चीन सीमा पर ग्लेशियर ( Glacier) टूटने के कारण सुमना स्थित बीआरओ कैंप के पास हुए भारी हिमपात ( Snowfall) में भारतीय सेना ( Indian Army)ने 291 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। इस दौरान आठ शव( 8 Deadbody) बरामद हुए हैं तथा छह अन्य की हालत गंभीर है। चमोली पुलिस के अनुसार घायलों को इलाज के लिए असप्ताल में भर्ती करवाया गया है। इलाके में एनडीआरएफ व बीआरओ ( NDRF and BRO) मिलकर अभियान चला रहे हैं। हिमपात व भूस्खलन के कारण कार्य पूरा करने में समय लग सकता है। भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशक जनसम्पर्क के अनुसार अभी तक कुल 384 व्यक्ति सुरक्षित निकाले जा चुके हैं।राहत कार्य प्रगति पर है।
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#SumnaUpdate#Inpursuitoflife#Againstallodds @adgpi@ProDefLko pic.twitter.com/G9i753WnLw
— SuryaCommand_IA (@suryacommand) April 24, 2021
इस बीच सीएम तीरथ सिंह रावत हेलीकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति का आकलन किया। उत्तराखंड के चमोली जिला से लगे भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र पर नीती घाटी स्थित सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के समीप शुक्रवार को ग्लेशियर टूटकर गिर गया था। राज्य सरकार ने अर्लट जारी किया है। सूचना के मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) का दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया था।
#SumnaUpdate
384 BRO persons moved to safety. Eight snow trapped bodies recovered from the two BRO Camps. Six critically injured being evacuated. Air sorties are being attempted to assist medical evacuation. Rescue operations by Army continue unabated.@adgpi @ProDefLko— SuryaCommand_IA (@suryacommand) April 24, 2021
एसडीआरएफ के प्रवक्ता निरीक्षक संजय रौथाण ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात 10:16 बजे सुमना पोस्ट से आगे रिमझिम पोस्ट की तरफ ग्लेशियर टूटने की घटना हुई, जहां ग्रीफ द्वारा पुल निर्माण का कार्य किया जा रहा था। रात में मौसम अत्यधिक खराब होने और हिमपात से मार्ग अवरुद्ध होने के बावजूद राहत दल इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा के नेतृत्व में रवाना हुआ।इस इलाके में पिछले पांच दिन से भारी बारिश व हिमपात हो रहा है। भूस्खलन के चलते कैंप तक पहुंचने का रास्ता भी टूट चुका है।