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#BirdFlu: पौंग में आज 381 प्रवासी पक्षी मिले मृत, कुल आंकड़ा 3409 पहुंचा
धर्मशाला। पौंग झील (Pong Lake) में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों के मरने का सिलसिला जारी है। आज विभिन्न प्रजातियों के 381 प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं। आज शाम तक प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा 3409 पहुंच गया है। विभाग ने मृत पक्षियों को उठाने और उन्हें प्रोटोकॉल के तहत डिस्पोज करने के लिए रेपिड रिस्पांस टीमें बनाई हैं। इसके अलावा 55 लोग निगरानी के लिए रखे गए हैं। किसी भी प्रकार की सूचना के लिए नगरोटा सूरियां में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहीं डीएफओ वाइल्ड लाइफ हमीरपुर की अगुवाई में टीमें काम कर रही हैं। पिछले कल देहरादून की टीम ने पौंग क्षेत्र का दौरा किया है। साथ ही जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।
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बता दें कि पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की मृत्यु के बाद सैंपल जालंधर और भोपाल भेजे थे। दोनों की लैब से पक्षियों में एच5एन1 (H5N1) वायरस की पुष्टि हुई है। पक्षियों की जान बर्ड फ्लू (#BirdFlu) से जाने के बाद देहरा (Dehra), जवाली, फतेहपुर व इंदौरा उपमंडल में चिकन, मीट, अंडा व मछली बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही पौंग झील के एक किलोमीटर एरिया को अलर्ट जोन (Alert Zone) और एक किलोमीटर के बाद 9 किलोमीटर क्षेत्र को निगरानी जोन बनाया गया है। पौंग एरिया की कड़ाई से निगरानी की जा रही है। इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती अगर वाइल्ड लाइफ विभाग के समक्ष है तो वह यह है कि लाखों की संख्या में प्रवासी पक्षी (Migratory Bird) यहां पहुंचते हैं। यह पक्षी झुंड में रहते हैं। अगर एक पक्षी से दूसरे पक्षी में यह वायरस चला गया तो काफी पक्षियों की मौत हो सकती है। साथ ही कोई कुत्ता या अन्य जानवर इन मरे पक्षियों को ना खा जाए। अगर ऐसा हुआ तो वायरल स्प्रेड होने का खतरा है।
वहीं, बर्ड फ्लू के हालातों की समीक्षा के लिए कल सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) धर्मशाला आ रहे हैं। वह यहां पर अधिकारियों से बैठक करेंगे और सारी स्थिति का जायजा लेंगे। वहीं, सीएम जयराम ठाकुर का पौंग झील क्षेत्र में जाने का भी प्लान है। यह राज्य चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद ही हो सकता है। क्योंकि पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है। हालांकि, सीएम धर्मशाला आ रहे हैं, क्योंकि धर्मशाला नगर निगम एरिया है और यहां चुनाव नहीं हैं। इसलिए यहां चुनाव आचार संहित नहीं लगी है।