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Punjab से पैदल ही चिंतपूर्णी मां के दर्शन करने पहुंचा 70 वर्षीय बुजुर्ग श्रद्धालु
ऊना। हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा है। इसका उदाहरण शनिवार सुबह उस समय देखने को मिला जब पंजाब (Punjab) से एक बुजुर्ग पैदल ही मां चिंतपूर्णी (Maa Chintpurni) के दर्शनों के लिए यहां आ पहुंचा। हालांकि बुजुर्ग श्रद्धालु को ज्ञात था कि कोरोना संकट के बीच शक्तिपीठ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं फिर भी बुजुर्ग यहां आया और माता की पहली सीढ़ी पर से माथा टेक कर वापस लौट गया। पंजाब के अबोहर के 70 साल के बुजुर्ग श्रद्धालु ने बताया कि वह हर साल सामवन अष्टमी के मेले में मां के दरबार में माथा टेकने यहां आता है। इस बार कोरोना के चलते मंदिरों (Temple) के कपाट बंद हैं लेकिन उसका मन नहीं माना और पैदल ही मां का झंडा लेकर दर्शन करने यहां के लिए चल पड़ा।
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बुजुर्ग श्रद्धालु (Devotee) ने बताया कि वह अबोहर से होशियारपुर तक बस में आया। उसके बाद होशियारपुर से चिंतपूर्णी के लिए बस ना के चलते वह शुक्रवार शाम चिंतपूर्णी के लिए पैदल ही चल पड़ा और शनिवार सुबह यहां पहुंच गया। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों ने बुजुर्ग श्रद्धालु को मंदिर की पहली सीढ़ी पर माथा टेकने को कहा। बुजुर्ग श्रद्धालु माथा टेक कर जय माता दी करता हुआ पैदल ही वापस अपने घर को लौट गया। श्रद्धालु ने कहा कि उसे मां के दरबार पहुंचकर बड़ा आनंद मिला है और आज उसकी यात्रा सफल हो गई है।