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Corona Update: आज 9 की गई जान, 787 नए मामले; 9452 पहुंचे एक्टिव केस
शिमला। हिमाचल में कोरोना से मौत के आंकड़े में कमी ना आना चिंता का विषय है। हिमाचल में हर रोज कोरोना से आठ से 10 लोगों की मौत हो रही है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में आज 9 लोगों की कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से मौत हुई है। वहीं आज 787 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना एक्टिव केस की संख्या 9452 पहुंच गई है। हिमाचल में आज 779 कोरोना संक्रमित (Corona Infected) पूरी तरह से ठीक भी हुए हैं। हिमाचल में अब तक दो लाख 70 हजार 078 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जिसमें से दो लाख 56 हजार 630 कोरोना संक्रमित पूरी तरह से ठीक हुए हैं। प्रदेश में अब तक 3978 लोगों की कोरोना से जान गई है। हिमाचल में आज स्वास्थ्य विभाग ने 4804 लोगों के सैंपल कोरोना जांच को लिए थे।
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आज किस जिला में कितने मामले
हिमाचल में आज सबसे अधिक कांगड़ा जिला में 148 लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं। इसके अलावा हमीरपुर में 108, सोलन में 114, बिलासपुर में 97, सिरमौर में 83, मंडी में 76, ऊना में 69, चंबा में 42, शिमला में 29, कुल्लू में 19 और किन्नौर जिला में दो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
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आज किस जिला में कितनी मौतें
हिमाचल में आज शिमला जिला में चार लोगों की कोरोना संक्रमण से जान गई है। इसके अलावा कांगड़ा में दो लोगों की, चंबा में एक, कुल्लू में एक और सोलन में भी एक कोरोना संक्रमण की मौत हुई है।
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हमीरपुर में बूस्टर डोज लगवाने में रुचि नहीं दिखा रहे लोग
हमीरपुर। जिला में बूस्टर डोज लगवाने को लेकर लोग खास रुचि नहीं दिखा रहे। फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 साल आयु वर्ग से अधिक के लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है। बूस्टर डोज लगाने का अभी तक मात्र 30 फ़ीसदी ही लक्ष्य हासिल हो पाया है। इसका मुख्य कारण लोगों द्वारा वैक्सीनेशन का तीसरा टीका लगवाने की तरफ कम रुझान माना जा रहा है। वहीं इसका एक बड़ा कारण हमीरपुर जिला में लगातार फैल रहा संक्रमण माना गया है। हमीरपुर जिला में कोरोना स्प्रेड हो चुका है जिस कारण बुजुर्ग घरों से बाहर निकलना उचित नहीं समझ रहे। वहीं स्वास्थ्य महकमे ने भी 15 से लेकर 18 साल आयु वर्ग के बच्चों की वैक्सीनेशन को अधिक तवज्जो दी हैए ताकि बच्चे संक्रमण की चपेट में आने से होने वाले शारीरिक नुकसान से बच सकें। हालांकि बुजुर्गों को लगने वाली बूस्टर डोज की गति में अब तेजी लाई जाएगी।