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काम की बात: रिटायरमेंट पर हर महीने मिलेंगे 9 लाख रुपए, करना होगा यहां निवेश
नई दिल्ली। सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी। अक्सर हम और आप इस स्कीम या प्लान को लेकर चर्चा सुनते रहते है। खासकर युवाओं के बीच में बीते कुछ सालों से एसआईपी लोकप्रिय निवेश बन चुका है। क्योंकि म्यूचुअल फंड एसआईपी एक निवेशक को हर महीने छोटे निवेश के साथ बड़ी राशि जमा करने की अनुमति देता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी निवेश एक निवेशक को ब्याज पर ब्याज प्राप्त करके कम्पाउंडिंग लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है जो किसी के पैसे पर रिटर्न को अधिकतम करने में मदद करता है।
एक्सपर्ट कहते हैं कि एसआईपी में सालाना स्टेप अप का उपयोग करके अपने मासिक निवेश को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मासिक एसआईपी में सालाना बढ़ोतरी से निवेशकों को रिटायरमेंट के बाद अधिक लाभ मिलता है। इससे वित्तीय स्वतंत्रता भी मिलती है।
उन्होंने निवेशकों को एसआईपी में सालाना स्टेप-अप का उपयोग करके अपने मासिक निवेश को बढ़ाने की सलाह दी। उनका कहना है कि अगर कोई निवेशक 30 साल के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी में हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करता है, तो वह मैच्योरिटी के समय लगभग 12.7 करोड़ रुपये जमा कर सकता है, बशर्ते उसने 10 फीसदी एनुअल स्टेप-अप का उपयोग किया हो।
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हालांकि, उनका मानना है कि म्युचुअल फंड निवेश बाजारों के अधीन है, लेकिन वे कहते हैं कि लंबी अवधी में यह बाजार जोखिम कम हो जाता है और उच्च रिटर्न की संभावना बहुत अधिक हो जाती है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर कोई निवेशक म्यूचुअल फंड एसआईपी निवेश का विकल्प चुनता है, तो निवेशक छोटी राशि से शुरुआत कर सकता है और लंबी अवधि में बड़ी राशि जमा कर सकता है।
कितना वार्षिक स्टेप-अप चुनना चाहिए?
एक्सपर्ट कहते हैं कि आमतौर पर मंथली एसआईपी में सालाना आय का 10 फीसदी एनुअल स्टेप-अप होना चाहिए। इसलिए, किसी की मासिक आय में बढ़ोतरी के साथ मासिक एसआईपी जुटाना एक निवेशक के मुश्किल काम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति 30 से अधिक निवेश करता है तो उसे कम से कम 12 फीसदी की दर रिर्टन मिल सकता है।
कभी कभी यह बढ़कर 16 से 17 फीसदी तक पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि अगर एवरेज भी मान लिया जाए तो यह रिटर्न करीबन 15 फीसदी तक पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई निवेशक 30 साल की उम्र से 10 हजार प्रति महीने की दर से 30 साल के लिए निवेश करता है तो 15 फीसदी की रिटर्न मानने पर उन्हें मैच्योरिटी पर 12.70 करोड़ रुपए मिलेंगे।