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#Covid-19 ने धरा घातक रूप: बच्चे के दिमाग की नस को नुकसान पहुंचने का पहला केस मिला
Last Updated on October 20, 2020 by
नई दिल्ली। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच राजधानी दिल्ली में स्थित देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स (AIIMS) से कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण का एक बड़ा ही विचित्र मामला सामने आया है। बतौर रिपोर्ट्स, कोविड-19 के कारण बच्चे के मस्तिष्क की नस को नुकसान पहुंचाने का पहला मामला यहां रिपोर्ट किया गया है। चाइल्ड न्यूरोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. शेफाली गुलाटी ने बताया, ‘हमें एक 11-वर्षीय लड़की में कोविड-19 के कारण एक्यूट डिमाइलिनेटिंग सिंड्रोम मिला है केस की रिपोर्ट पब्लिश करेंगे।’ बतौर रिपोर्ट, इससे बच्ची की दृष्टि कमज़ोर हुई है। बता दें कि डॉ. गुलाटी की देखरेख में लड़की का इलाज चल रहा था। इम्यूनोथेरेपी के साथ उसकी स्थिति में सुधार हुआ और लगभग 50 प्रतिशक दृष्टि बहाल होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
दिमाग में आई सूजन से खो गई मरीज की याददाश्त
इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर से भी कुछ इसी तरह का मामला करीब हफ्ते भर पहले रिपोर्ट किया गया था, जिसमें मरीज की ना केवल याददाश्त पर असर पड़ा बल्कि उसे अपनी बीमारी के दिनों की भी याद नहीं था। मरीज के पेट और सिर में दर्द था लेकिन कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहा था। कोरोना के न्यूरोलॉजिकल या नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या बहुत दुर्लभ किस्म की हैं। अब इन पर ध्यान दिया जा रहा है। अमेरिका में भी कई मरीजों ने कोरोना से उबरने के बाद मेमरी लॉस और भूलने की शिकायत की है।
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पालघर से सामने आए मामले में आज से करीब 2 माह पहले शाइस्ता नाम की पीड़िता महिला को पेटदर्द और सिरदर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया। उस समय उनकी हालत ऐसी थी कि कई नर्सों और डॉक्टरों की कोशिश के बावजूद उनका सैंपल नहीं लिया जा सका। फिलहाल, शाइस्ता ठीक हैं और बताती हैं कि उन्हें अपनी बीमारी के आठ दिनों की जरा भी याद नहीं है। डॉक्टरों की मेहनत के बाद जब शाइस्ता शांत हुईं तो उनका सैंपल लिया गया। इसमें पता चला कि उन्हें वायरल मैनेंजाइटिस हुआ है। यह कोरोना से होने वाली एक जटिलता है। डॉक्टर कहते हैं कि शाइस्ता भाग्यशाली हैं कि उन्हें सही समय पर इलाज मिल गया। शाइस्ता के ही एक रिश्तेदार को भी इसी तरह का इन्फेक्शन हुआ था और वह अभी तक कोमा में है।