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कांग्रेस विधायकों का सदन से वॉकआउट, सीएम बोले-विपक्ष को शर्म नहीं आई
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र (Himachal Budget Session) चल रहा है। आज बजट सत्र का तीसरा दिन है। विधानसभा (HP Vidhansabha) के पूरे सत्र से निलंबित किए गए कांग्रेस विधायक (Congress MLA) विधानसभा के गेट के बाहर धरने पर बैठे हैं। उधर, आज बजट सत्र (Budget Session) के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने दो बार सदन से वॉकआउट (Walkout) किया। पहले वॉकआउट के थोड़ी ही देर बाद विधायक सदन में लौट आए, लेकिन फिर से कांग्रेस के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया।
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राज्यपाल की उम्र का तो ख्याल रखते
इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने सदन में कहा कि कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल की गरिमा के खिलाफ कार्य किया है। इस तरह के कार्य की इजाजत नहीं दी सकती है। इस बीच कांग्रेस विधायकों (Congress MLA) ने बोलना शुरू कर दिया जिस पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन को शांत करवाया। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे पहले भी अभिभाषण को कई राज्यपाल ने पूरा नहीं पढ़ा है, लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के दिन कांग्रेस ने काम रोको प्रस्ताव दिया, जबकि ऐसी सदन में कोई व्यवस्था नहीं है। सीएम ने कहा कि राज्यपाल की गरिमा को नहीं देखना था तो उनकी उम्र का तो खयाल करते।
सरकार ने परिवार से माफी मांगी
राज्यपाल के रास्ते को रोकना कहां तक सही है। सीएम ने कहा कि जब राज्यपाल (Governor) जैसे-तैसे गाड़ी के अंदर बैठ गए, लेकिन कांग्रेस के विधायकों ने गाड़ी खोलने का प्रयास किया और राज्यपाल को बाहर खींचने की कोशिश की गई। राज्यपाल के परिवार वाले उस सब को देख रहे थे और घटनाक्रम को देख कर शर्मिंदा हुए हैं। सरकार ने पूरे घटनाक्रम पर परिवार से भी मांगी है, लेकिन विपक्ष को शर्म नहीं आई। संवैधानिक मर्यादाओं को तोड़ने की कोशिश की गई। इसको सहन नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस को लड़ना है तो सरकार से लड़े
सीएम ने कहा कि कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने आज सदन के अंदर अच्छा व्यवहार नहीं किया है। सीएम ने कहा है कि अगर कांग्रेस ने लड़ना है तो सरकार से लड़े ना कि संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल से लड़े। इससे पहले भी कांग्रेस के विधायकों की तरफ से कई बार संवैधानिक मर्यादा को तोड़ा गया है। कांग्रेस के विधायक की गलती माफी के लायक नहीं है। सदन को आगे चलाया जाए। इसके बाद समाप्त करने की विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी और प्रश्नकाल आरंभ कर दिया। जिस पर नाराज कांग्रेस के विधायकों ने सदन में अंदर1 नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वाकआउट कर दिया।