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हिमाचल में देवताओं के कारिंदों ने Police को घेरा- जवानों को उल्टे पांव लौटना पड़ा वापस
कुल्लू। कोरोना के इस दौर में हिमाचल सरकार की ओर से सभी तरह के आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। कुल्लू घाटी के विश्व धरोहर गांव नग्गर में उस समय अजीबोगरीब स्थित उत्पन्न हो गई जब देव कारज रुकवाने पहुंची कुल्लू पुलिस (Police) को उल्टे पैर वापस लौटना पड़ा। कोरोना कर्फ्यू ( Corona curfew)का उल्लंघन करते हुए यह देव कारज ( Devkaraj)आयोजित करवाया गया, जब इस आयोजन को रुकवाने के लिए वहां पर पुलिस पहुंची तो देव कारज में मौजूद देवताओं ने खासी नाराजगी जताई । इतना ही नहीं देवताओं के कारिदों ने पुलिस की टीम को घेर लिया और ऐसे में पुलिस को वहां से वापस लौटना पड़ा।
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विश्व धरोहर गांव नग्गर (Heritage Village Naggar) में हर वर्ष माता त्रिपुरा सुंदरी के प्रांगण में छह दिवसीय शाढ़ी जाच का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह जातर मेला 18 से 24 मई तक मनाया जा रहा है। गुरुवार को जाच के तीसरे दिन जब नग्गर क्षेत्र के तीन देवी देवता माता पटंति, माता त्रिपुरा सुंदरी व नाग देवता एक सूक्ष्म देवकार्य के लिए एकत्रित हुए तो वहां पर देवलुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन तीनों देवी-देवताओं को पुलिस इस कार्रवाई पर एतराज हुआ और सभी देवता उग्र हो गए। मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस ने अपनी गाड़ी 100 मीटर पीछे की ओर दौड़ाई। हालांकि पहली बार पुलिस वहां से चली गई मगर जब दूसरी बार पुलिस वहां पहुंची तो भीड़ उग्र हो गई और पुलिस को दोबारा वहां से वापस लौटना पड़ा।
जाहिर है इससे पहले भी बंदिशों को लेकर नाराज रायसन क्षेत्र के शैला देवता ब्रह्मा डीसी कुल्लू के कार्यालय में पहुंचे थे। देवता ने प्रतिबंधों ( Restrictions)को तुरंत प्रभाव से हटाने को कहाथा। देवता के गुर ने देव खेल के दौरान प्रशासन की ओर से बंदिशें नहीं लगाने को कहा था। साथ ही यह भी कहा था कि बीमारी पर देवता स्वयं नियंत्रण पाएंगे।