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वर्चुअल सुनवाई के लिए मोबाइल के बजाए कंप्यूटर का हो इस्तेमाल- सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक नोटिस जारी कर वकीलों से मोबाइल फोन के जरिए वर्चुअल सुनवाई में शामिल होने से बचने और इसके बजाय स्थिर इंटरनेट कनेक्शन वाले लैपटॉप या डेस्कटॉप का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। अधिसूचना के अनुसार ऐसी कनेक्टिविटी होनी चाहिए कि न्यायाधीशों को किसी तरह का व्यवधान और असुविधा नहीं हो।
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नोटिस में कहा गया है कि सभी अधिवक्ताओं और पार्टी-इन-पर्सन से अनुरोध है कि वे किसी भी व्यवधान से बचने के लिए एक स्थिर इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ डेस्कटॉप/लैपटॉप के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से अदालत की सुनवाई में शामिल होने के लिए सिस्को वेबैक्स एप्लीकेशन (Webex Application) में शामिल हों। अदालती कार्यवाही में न्यायाधीशों की असुविधा का ध्यान रखते हुए कृपया मोबाइल फोन के माध्यम से वीसी की सुनवाई में शामिल होने से बचें। जारी किए गए नोटिस में वकीलों से एक डिवाइस, लैपटॉप या डेस्कटॉप के माध्यम से वीसी में शामिल होने का आग्रह किया गया है और कहा गया है कि उन्हें हेडसेट-सक्षम माइक्रोफोन और ऑडियो सिस्टम का उपयोग करना चाहिए।
इससे पहले दिन के दौरान, मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमण की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने वकीलों के मोबाइल फोन के माध्यम से वचुअल सुनवाई के लिए उपस्थित होने पर नाखुशी व्यक्त की थी। इीक से दिखाई न देने के कारण जस्टिस ए.एस. बोपन्ना और हिमा कोहली की पीठ को वकीलों की ओर से व्यवधान के कारण सूचीबद्ध 10 मामलों में सुनवाई स्थगित करनी पड़ी।
पीठ ने एक वकील से पूछा कि अब आप सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं और नियमित रूप से पेश होते हैं।क्या आप बहस करने के लिए एक डेस्कटॉप नहीं दे सकते। एक अन्य मामले में सुनवाई के दौरान पीठ ने वकील की ओर से खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी पर असंतोष व्यक्त किया।
–आईएएनएस