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कभी लगाते थे अंडे व सब्जियों का ठेला, मेहनत कर हासिल किया ये मुकाम
Last Updated on June 27, 2022 by sintu kumar
कहते हैं कि अगर सपने बड़े हों तो उन सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत भी उस स्तर पर करनी पड़ती है। कई बार अपने सपनों को पूरा करने के लिए किया गया कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। इस बात का उदाहरण बिहार के मनोज कुमार रॉय (Manoj Kumar Roy) ने किया है। जो कभी अंडे बेचने का काम किया करते थे, वे आज ऑफिसर के पद पर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं।
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जानकारी के अनुसार, आईओएफएस ऑफिसर अपने जीवन में बेहद गरीबी का सामना कर चुके हैं। उन्होंने ने अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए दुकान और रेहड़ी पर काम किया और इसी के साथ निरंतर कोशिश करते हुए यूपीएससी की परीक्षा पास की। मनोज कुमार रॉय बिहार के सुपौल जिला के रहने वाले हैं। साल 1996 में मनोज सुपौल से दिल्ली आ गए थे। दिल्ली में उन्होंने अपना खर्चा चलाने के लिए अंडे व सब्जियों का ठेला लगाना शुरू कर दिया। इसके बाद वे जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में राशन पहुंचाने का काम करने लगे।
मनोज बताते हैं कि इस दौरान उनकी मुलाकात बिहार के रहने वाले छात्र उदय कुमार से हुई। उन्होंने मनोज को अपनी पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी, जिसके बाद मनोज ने दिल्ली विश्वविद्यालय के अरबिंदो कॉलेज के इवनिंग क्लासेस के बीए पाठ्यक्रम में दाखिला ले लिया। साथ ही साथ मनोज ने अंडे और सब्जियों का ठेला लगाना भी जारी रखा। मनोज ने साल 2000 में ग्रेजुएशन पूरी कर ली है।
इसके बाद मनोज ने उदय की सलाह पर ही यूपीएससी करने की ठानी और परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। साल 2005 में मनोज ने यूपीएससी का पहला अटेम्प्ट दिया, लेकिन वे सफल नहीं हुए। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और वे लगातार कोशिश करते रहे। इसके बाद साल 2010 में यूपीएससी के चौथे अटेम्प्ट के बाद उन्हें सफलता हासिल हो गई। इतना ही नहीं रैंक ज्यादा होने के कारण उन्हें इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री सर्विस का कैडर दिया गया।