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अधिक संस्थान खोलने से बेहतर है मौजूदा संस्थानों में स्टाफ की कमी को पूरा करनाः हर्षवर्धन
नाहन। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान सिरमौर जिला का दूरदराज क्षेत्र शिलाई पिछले कुछ वर्षों के दौरान विकास की दृष्टि से काफी उपेक्षित रहा है। इस समूचे क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करना और जन आकांक्षाओं को पूरा करना मेरा नैतिक कर्तव्य है। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अत्यधिक संस्थान खोलने से बेहतर है मौजूदा संस्थानों में स्टाफ की कमी को पूरा करना और ढांचागत सुविधाओं का सृजन करना । उन्होंने कहा कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में स्टाफ सेवाएं दें इसके लिए एक नीति तैयार की जाएगी। उन्होंने अध्यापकों से भी आग्रह किया कि वह समर्पण भाव से पिछड़े व दूरदराज के क्षेत्रों में सेवा करने के लिए आगे आए और शहरों की ओर सुविधाजनक स्थानों के प्रति प्रोत्साहित ना हो।
सत्ता का सुख भोगना बीजेपी की नीति रही है
चौहान ने कहा कि पूर्व बीजेपी की सरकार ने चुनाव के आखिरी 6 महीनों के दौरान प्रदेश में 900 संस्थान ऐसे खोले जिनके लिए मानदंडों, प्रक्रिया और स्टाफ का ख्याल नहीं रखा गया। सत्ता का सुख भोगना बीजेपी की नीति रही है हम प्रदेशवासियों का कल्याण और विकास सुनिश्चित बनाएंगे और निश्चित तौर पर अगले 5 सालों के दौरान व्यवस्था में परिवर्तन दिखेगा। उन्होंने कहा कि जनता कोई भी सरकार 5 साल के लिए चुनती है और यदि वह अच्छा काम करें तो दोबारा से मौका देती है, लेकिन बीजेपी ने प्रदेश में ऐसा वातावरण बना दिया था कि उनकी सरकार अब अगले 25 सालों तक कहीं जाने वाली नहीं है लेकिन जनता ने उनकी इस गलतफहमी को एक झटके में दूर कर दिया। उद्योग मंत्री ने कहा कि विकास के अनेक कार्यों के साथ आज समाज में मुद्दा युवाओं में बढ़ते नशे के चलन को लेकर है और हमारी सरकार इस दिशा में कड़े कदम अख्तियार करेगी और नशे जैसी बुराई को जड़ से उखाड़ने के हर संभव प्रयास करेगी। इसके लिए उन्होंने अभिभावकों व अध्यापकों के सहयोग की भी अपील की।उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनजातीय एवं दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर स्कूलों में स्टाफ की कमी को पूरा करने के हम अभी से प्रयास कर रहे हैं।
