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3 आउटसोर्स कर्मियों की बर्खास्तगी का फैसला वापस लें, वरना आंदोलन: सिंघा
शिमला। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव (Secretary Health) के घर पर काम करने से मना करने पर 3 आउटसोर्स कर्मियों (Outsource Workers ) की बर्खास्तगी (Termination) का मामला तूल पकड़ने लगा है। माकपा नेता और पूर्व विधायक राकेश सिंह सिंघा ने चेतावनी दी है कि यदि तीनों आउटसोर्स कर्मियों की नौकरी बहाल नहीं की जाती तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।
ठियोग के पूर्व विधायक सिंघा ने कहा कि NHM के तीन आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से निकालकर स्वास्थ्य सचिव ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है। ये वही कर्मी हैं, जिन्होंने कोविड काल में जान जोखिम में डालकर सेवाएं दी थी। वे पिछले सात-आठ साल से कार्य कर रहे थे। उन्हें गैरकानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया गया है। यह कर्मी दफ्तर में काम करने के लिए रखे गए हैं, न कि किसी अधिकारी के घर में काम करने (Domestic Work) के लिए। इनमें से एक महिला दिव्यांग हैं।
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फैसला वापस ले सरकार
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह जल्द अपने फैसले को वापस ले। सिंघा बोले कि वे अभी सरकार से आग्रह कर रहे हैं। यदि सरकार इन कर्मियों को वापस नौकरी पर नहीं रखती है तो धरने पर बैठने से वे पीछे नहीं हटेंगे। इस मुद्दे पर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मसले पर वे सीएम से एक बार बात करेंगे। उसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।