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मणिमहेश यात्रा : पहले कभी नहीं पहुंचे इतने लोग, आज रिकॉर्ड श्रद्धालु लगाएंगे डल में डुबकी
Manimahesh Yatra 2024 : हिमाचल के भरमौर (Bharmaur) में उत्तर भारत की पवित्र मणिमहेश यात्रा (Manimahesh Yatra) के लिए भारी जन सैलाब उमड़ आया है। पिछले 24 घंटों में एक लाख से अधिक श्रद्धालु भरमौर से मणिमहेश के लिए रवाना हो गए हैं आज से आधिकारिक तौर पर मणिमहेश यात्रा शुरू हो चुकी है। जहां सुबह 3:40 से शाही स्नान चल रहा है। छोटे शाही स्नान का शुभ मुहूर्त आज आधी रात 2:20 बजे तक रहेगा, जब तक एक लाख से अधिक शिव भक्त डल में डुबकी लगाएंगे। शाही बड़ा स्नान राधा अष्टमी (Radha Ashtami) के अवसर पर, यानी 11 सितंबर को होगा।
खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर की उड़ान में बाधा
मणिमहेश की पहाड़ियों पर (On The Hills Of Manimahesh) शिव का वास माना जाता है, और नीचे डल झील में शाही स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे हैं। हालांकि, खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर की उड़ान में बाधा आ रही है, जिसे सरकार ने भरमौर से मणिमहेश के लिए हेली टैक्सी सेवा के रूप में शुरू किया था। कुछ श्रद्धालु घोड़े और खच्चरों पर भी इस यात्रा को पूरा कर रहे हैं।
भीड़ इतनी कि नहीं हो पा रहा पंजीकरण
भरमौर के एसडीएम कुलविंदर सिंह ने बताया कि छोटे शाही स्नान में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सटीक संख्या कल तक पता चलेगी, लेकिन रविवार और सोमवार सुबह 10 बजे तक एक लाख से अधिक श्रद्धालु मणिमहेश के लिए रवाना हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग बता रहे हैं कि इससे पहले कभी भी इतनी संख्या में छोटे शाही स्नान में श्रद्धालु नहीं पहुंचे। श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण पंजीकरण भी नहीं हो पा रहा है। बता दें, यहां यहां भीड़ का आलम यह है कि कल भी 12 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा रहा। अभी भी कई श्रद्धालु ट्रैफिक जाम में फंसे हैं।
5 स्थानों पर कैंप स्थापित
मणिमहेश यात्रा के लिए प्रशासन ने भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 स्थानों पर कैंप स्थापित किए हैं। इन कैंपों में श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा जाएगा, क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में अक्सर ऑक्सीजन की कमी होती है। इन कैंपों में मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं की सेहत की देखभाल की जा सके और किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
घोड़े पर यात्रा को देने होंगे 4700 रुपए
भरमौर के हड़सर से मणिमहेश तक घोड़े-खच्चर से यात्रा के लिए प्रति सवारी 4700 रुपये का किराया निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, 5 कैंपों के बीच की यात्रा के लिए भी अलग-अलग किराए तय किए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति तय किराए से अधिक दरें वसूलता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह, कुली के लिए भी किराया निर्धारित किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो।