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हिमाचल: दफ्तर में अचानक पहुंचे कृषि उपनिदेशक, चपरासी छोड़कर सब गायब
मंडी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी जिले के गोहर में विषयवाद विशेषज्ञ कार्यालय के बाबुओं को गैरहाजर (Absent) रहना भारी पड़ा। कृषि उपनिदेशक मंडी डॉ. राजेश डोगरा ने बुधवार को कार्यालय (Office) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यालय में सिर्फ एक चुतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी ही कार्यालय में मौजूद पाया गया। विषयवाद विशेषज्ञ, कृषि विकास अधिकारी, सहायक कृषि विकास अधिकारी व कृषि प्रसार अधिकारी डयूटी से नदारद पाए गए। वहीं, वे भू–संरक्षण विभाग के कार्यालय पहुंचे। जहां सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
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दरअसल, गोहर के किसानों ने लापरवाही और कामचोरी के संबंध में जिला कृषि उपनिदेशक को शिकायत की थी। उनका कहना था कि गोहर में कृषि विभाग के अधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं होते हैं। उनकी समस्याओं का समय पर समाधान नहीं किया जा रहा है। किसानों की विभिन्न मांगों और प्रार्थना पत्रों को वरीयता के आधार पर निपटाया नहीं जा रहा था। कृषि विभाग के साथ कार्य कर रही कंपनियों ने भी शिकायत की थी।
किसानों का आरोप था कि पॉलीहाउस निर्माण, सोलर फेंसिंग, एंटी हेल नेट, ट्रेक्टर अन्य कृषि उपकरणों के लिए जमा किए गए प्राक्कलनों के साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। वहीं, कंपनियों द्वारा जमा किए गए बिलों को भी अनावश्यक कारणों से लंबित किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि किसानों की सुविधा के लिए कृषि विक्रय केंद्र में विभिन्न कृषि सामग्री से संबंधित रेट लिस्ट भी नहीं लगाई गई थी। कृषि उपनिदेशक डॉ. राजेश डोगरा ने कहा कि संबंधित कर्मचारी व अधिकारियों को जवाब तलब किया है। वहीं, नियमावली के अनुसार कार्रवाई करने की बात भी कही है।