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अंबानी बोले- 2G को इतिहास बनाने की जरूरत; उमर अब्दुल्ला ने कहा- J&K के पास केवल इतिहास है
Last Updated on August 1, 2020 by Deepak
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को केंद्र शासित प्रदेश बने लगभग एक साल का समय होने को है। इस बीच, खबर आती है कि पांच अगस्त और 15 अगस्त के दौरान जम्मू-कश्मीर में हालात बिगाड़ने की रची जा रही साजिश नाकाम बनाने के लिए प्रदेश प्रशासन ने 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा पर जारी पाबंदी को 19 अगस्त तक बढ़ा दिया है। पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किए जाने के दौरान पूरे जम्मू- कश्मीर में मोबाइल व इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया था। बाद में इन सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से बहाल किया गया। 4जी इंटरनेट सेवा को बंद रख गया है। जम्मू कश्मीर में सिर्फ 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा और ब्राडबैंड सेवा ही उपलब्ध है।
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अंबानी ने सरकार से की यह अपील
अब एक तरफ देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस द्वारा भारत को 2जी मुक्त बनाने की बात कही जा रही है। इसी कड़ी में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने शुक्रवार को सरकार से ‘तुरंत’ आवश्यक नीतिगत कदम उठाकर 2जी (2G) को ‘इतिहास का हिस्सा’ बनाने की गुज़ारिश की। बकौल अंबानी, ‘2जी फीचर फोन के कारण करीब 30 करोड़ उपभोक्ता बुनियादी इंटरनेट सेवाओं से दूर हैं।’ जियो ने भारत के लिए किफायती 4जी (4G) और संभावित 5जी स्मार्टफोन के लिए गूगल से हाथ मिलाया है।
At the moment history is all we have in J&K. https://t.co/rxqak9mLqr
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 31, 2020
वहीं, अंबानी द्वारा यह बयान दिए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नैशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालत को बयान करने वाला करारा तंज़ कसा है। उमर ने ट्वीट किया, ‘इस समय जम्मू-कश्मीर में हमारे पास केवल इतिहास ही है।’ गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में काफी सारी चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एक तरफ देश के लोग नई तकनीक और बाकी सारी चीजों से रूबरू होने का मौका पा रहे हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर के बाशिंदे अपने ही घरों में अव्यवस्था और अभाव का सामना करने को मजबूर हैं।