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#Himachal: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सताने लगी भविष्य की चिंता, #CM से उठाई यह मांग
फतेहपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi Workers) को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। इसका कारण स्कूलों में शुरू हो रही प्री नर्सरी कक्षाएं हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नर्सरी अध्यापक (Nursery Teacher) के लिए बनाए जा रहे भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में वरीयत देने की मांग उठाई है। इस बारे आज हिमाचल सुपरवाइजर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कल्याण संघ ब्लॉक फतेहपुर जिला कांगड़ा की कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक अध्यक्ष सीमा शर्मा की अध्यक्षता में नायब तहसीलदार फतेहपुर के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) को ज्ञापन भेजा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्री नर्सरी अध्यापिका पद पर नियुक्त करने की मांग उठाई। अध्यक्ष सीमा शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग शीघ्र ही प्री नर्सरी (Pre Nursery) सभी स्कूलों में चलाने जा रहा है, जिसमें 3 वर्ष का बच्चा दाखिला ले पाएगा। वर्तमान में 3 वर्ष का बच्चा आंगनबाड़ी केंद्र में प्री स्कूलिंग की शिक्षा ग्रहण कर रहा है। वर्तमान में 3 वर्ष से 5 वर्ष की प्री स्कूलिंग आंगनबाड़ी केंद्रों में हो रही है, अगर 3 साल का बच्चा सरकारी स्कूलों में जाएगा तो फिर आंगनबाड़ी केंद्र पर बंद होने का खतरा मंडराने लगेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। वर्तमान में 38 हजार परिवार की रोजी-रोटी सीधे आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़ी हुई है।
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वर्तमान में लगभग 19 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से सरकार की सेवाओं व स्कीमों का संचालन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग के द्वारा ईसीसीई (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा) का प्रशिक्षण भी दिया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को खेल-खेल में सिखाना होता है। 0-6 साल तक के बच्चों का चहुंमुखी विकास करना होता है। जिस बात पर नई शिक्षा नीति (New Education Policy) विशेष बल दे रही है। नर्सरी अध्यापकों के लिए बन रहे भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अनुभव को देखते हुए उन्हें नियुक्ति में वरीयता दी जाए, ताकि उनके इस अनुभव का फायदा विभाग और सरकार को मिल सके। ‘प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा’ के डिप्लोमे को भी नर्सरी अध्यापिका के लिए बन रहे भर्ती एवं पदोन्नति नियम (Recruitment and Promotion Rules) में शामिल किया जाए, ताकि कार्यकर्ताओं का भविष्य भी सुरक्षित रह सके। वर्तमान में बहुत सारे आंगनबाड़ी केंद्र प्राइमरी स्कूलों में पहले से चल रहे हैं, ऐसी स्थिति में प्रशिक्षित अध्यापिका शिक्षा विभाग को मिल पाएंगी। नायब तहसीलदार फतेहपुर सुशील कुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन दिया है, जिसे सीएम को भेज दिया जाएगा। इस मौके पर इंदू बाला, सरिता शर्मा, वीना देवी, सरोज कुमारी, रेखा देवी, नीलम कुमारी व शीला देवी भी उपस्थित रहे।
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