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पुरा महादेव के रूप में बाबा भूतनाथ ने दिए श्रद्धालुओं को दर्शन
वीरेंद्र भारद्वाज/ मंडी। तारा रात्रि से चल रहे बाबा भूतनाथ (Baba Bhootnath) के अद्भुत माखन रूपी श्रृंगार के दूसरे दिन बाबा भूतनाथ ने मेरठ स्थित पुरा महादेव(Pura Mahadev) के रूप में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। छोटी काशी में पुरा महादेव के दर्शन करने को लेकर दिनभर भक्तों का सैलाब उमड़ार हा। बाबा भूतनाथ (Baba Bhootnath)के महंत देवानंद सरस्वती ने कहा कि पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन से निकले विष को पीने के कारण भगवान शिव का कंठ नीला हो गया और वे नीलकंठ कहलाए।
विष के प्रभाव को खत्म करने के लिए भगवान शिव के परम भक्त रावण ने कांवड़ में जल भरकर बागपत स्थित पुरा महादेव में भगवान शिव (Lord Shiva) का जलाभिषेक किया था। यहां से ही कावड़ यात्रा की परंपरा की शुरुआत हुई हैं। वहीं श्रद्धालुओं की भी इस मंदिर से प्रगाढ़ आस्था जुड़ी है। श्रद्धालुओं के अनुसार देश भर में विराजमान विभिन्न शिव रूपों के दर्शन उन्हें मंडी के भूतनाथ मंदिर में हो जाते हैं और यहां पर आकर शांति मिलती है।
माखन लेप चढ़ाने की परंपरा पुरानी
बता दें कि मंडी शहर के अधिष्ठाता देव बाबा भूतनाथ (Baba Bhootnath)को माखन लेप चढ़ाने की परंपरा का इतिहास सदियों पुराना है। मान्यता है कि मक्खन लेप चढ़ाने की परंपरा 1527 से मंडी नगर की स्थापना से चली आ रही है। इस बार शिवरात्रि महोत्सव 8 मार्च को मनाया जा रहा है। शिवरात्रि से ठीक एक माह पहले बाबा भूतनाथ मठ मंदिर में घृत मंडल श्रृंगार की रस्में शुरू हो जाती हैं। इस दौरान बाबा का जलाभिषेक नहीं किया जाता है और माखन से ही विभिन्न रूपों के दर्शन श्रद्धालुओं को करवाए जाते हैं। महाशिवरात्रि के दिन हवन यज्ञ के साथ ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना भी शुरू हो जाता है।