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आईपीएल विजेता फ्रेंचाइजी के खिलाफ बीसीसीआई ने जीती कानूनी लड़ाई
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट से राहत वाली खबर सामने आई है। बीसीसीआई ने पूर्व आईपीएल विजेता फ्रेंचाइजी (IPL Winning Franchise)डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ कानूनी लड़ाई जीत ली है। दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने 2012 में डेक्कन चार्जर्स (Deccan Chargers) के साथ करार को समाप्त कर दिया था और फ्रेंचाइजी ने इस समाप्ति को चुनौती दी थी। उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट से संपर्क किया था और मध्यस्थता की प्रक्रिया न्यायमूर्ति (रिटायर) सी एकमात्र मध्यस्थ के रूप में ठाकर और बीसीसीआई को जुलाई 2020 में DCHL को 4800 करोड़ रूपए देने का आदेश दिया था। इसके बाद डीसीएचएल ने 6046 करोड़ रूपए के नुकसान और रिपोर्ट के अनुसार ब्याज और शुल्क का दावा किया था।
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जुलाई 2020 में इस मामले के विकास पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि एक अपील कार्ड पर थी, क्योंकि बोर्ड का मानना था कि यह एक बहुत अच्छा मामला था। डेक्कन चार्जर्स वर्ष 2008 से 2012 तक एक्टिव रही। एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) की कप्तानी और रोहित शर्मा की उपकप्तानी वाली टीम ने वर्ष 2009 में खिताब भी जीता था। अगले साल सेमीफाइनल में भी टीम पहुंची, लेकिन उसके बाद से टीम का प्रदर्शन खराब होता चला गया था। जहां टीम ग्रुप स्टेज से आगे नहीं निकल पाई। बाद में टीम को डिजोल्व (Dissolved) कर दिया गया। लेकिन अब बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) के फैसले के बाद बीसीसीआई को बड़ी राहत मिली है।