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पक्षियों का सानिध्य में रहने से हमें मिलता है मानसिक रूप से सुकून
एक अध्ययन से पता चला है कि पक्षियों के साथ रहने (Living with birds) से इंसान की मनोस्थिति अच्छी (Good mood) रहती है। पक्षियों का सान्निध्य आदमी की सेहत पर काफी अच्छा प्रभाव डालता है। एकत्रित किए गए आंकड़ों से पता चला है कि यह काफी लाभदायक (Quite profitable) रहता है। विज्ञानिकों को मानना कि पक्षियों को देखने और सुनने से मानसिक सेहत में सुधार होता है। इस प्रकार का शोध पहली बार किया गया है। इसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्तियों को जब पक्षियों के सान्निध्य में रखा गया तो उनकी मानसिक स्थिति अच्छी होती गई। वैसे भी कहा जाता है कि प्रकृति के पास रहने से मन को शांति और सुकून मिलता है (Peace and relaxation to the mind) । मगर यदि हम पक्षियों के पास रहें और उनकी आवाजें सुनें तो हमारी दिमागी सेहत बेहतर होती जाती है। यदि नए अध्ययन के नतीजों को माना जाए तो यहां शोधकर्ताओं ने पाया है कि पक्षियों को देखने और सुनने से हमारी मानसिक सेहत में सुधार हो जाता है। इसका असर कम से कम आठ घंटे तक रहता है। इतना ही नहीं डिप्रेशन के शिकार लोगों को भी इसका फायदा होता है।
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डिप्रेशन के लोगों को भी मिला आराम, अर्बन माइंड ऐप का किया गया उपयोग
इस संबंध में लंदन के किंग्स कॉलेज में इस संबंध में एक नया अध्ययन किया गया है। इसमें सामने आया है कि जो लोग डिप्रेशन के शिकार थे, उन्हें पक्षियों के सान्निध्य में लाया गया, जिससे उन्हें राहत मिलने लगी। डिप्रेशन दुनिया की सबसे सामान्य रूप से पाई जाने वाली मानसिक बीमारी (Mental illness) होती है। इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने अर्बन माइंड (Urban mind) नाम की एक स्मार्टफोन एप्लीकेशन का उपयोग किया। उन्होंने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य की रिपोर्ट के साथ उनकी पक्षियों को देखने और उनकी आवाज और संगीत सुनने की रिपोर्ट की जानकारी भी एकत्रित की। वहीं लंदन के किंग्स कॉलेज के इंस्टीट्यूट ऑॅफ साइकियाट्री साइकोलॉजी एंड न्यूरोसाइंस के रिसर्च एसिस्टेंट और इस अध्ययन के प्रमुश लेखक रेयान हैमंड ने बताया कि इस बात के बढ़ते प्रमाण मिल रहे हैं कि प्रकृति के साथ रहने से मानसिक सेहत को फायदा मिलता है।
पक्षियों का संगीत हमारे मूड को कर देता है ठीक, मानसिक सेहत पर असर की हुई पड़ताल
वहीं शोधकर्ता ने पाया कि पक्षी और उनका संगीत हमारे मूड को भी ठीक कर देता है। इससे मन को अच्छा बनाए रखने में मदद मिलती है। मगर इस दिशा में कम ही शोध कार्य हुआ है। इसमें वास्तविक समय में पक्षियों की मानसिक सेहत पर असर की पड़ताल हुई हो। इस संबंध में अर्बन माइंड ऐप का उपयोग कर शोधकर्ताओं ने पहली बार यह दर्शाया है कि पक्षियों को देखने और सुनने में मूड का सीधा संबंध है। उन्हें उम्मीद है कि यह प्रमाण केवल जैवविविधता के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी पक्षियों के संरक्षण और पर्यावरण को प्रोत्साहित करने (To encourage the environment) और उसके महत्व को प्रदर्शित करता है। वहीं इस अध्ययन के लिए अप्रैल 2018 से अक्टूबर 2012 के बीच 1292 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इसमें किंग्स कॉलेज द्वारा विकसित किए गए अर्बन माइंड ऐप का प्रयोग कर प्रतिभागियों ने अपनी राय दी। इन प्रतिभागियों में विश्व भर के लोग शामिल किए गए थे। इसमें अधिकतर यूके, यूरोपीय संघ और अमेरिका के थे। इस ऐप ने प्रतिभागियों से दिन में तीन बार पूछा कि क्या वे पक्षियों को देख या सुन सके। इसके बाद उनसे उनकी मानसिक सेहत की स्थिति के बारे में भी पूछा गया। इससे शोधकर्ताओं को दोनों के बीच के संबंध का पता चल पाया। वे इस बात का अंदाजा लगा सके कि इसका असर कितनी देर तक रह पाता है। इस अध्ययन में मानसिक सेहत के निदान संबंधी जानकारी हासिल करने में भी शोधकर्ता सफल रहे।