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बजट पर चर्चाः मिस मैनेजमेंट से हारी बीजेपी, कांग्रेस को जनमत नहीं- हंस राज
शिमला। विधानसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए बीजेपी विधायक हंसराज ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनावों में मिस मैनेजमेंट के कारण हारी और बहुमत कांग्रेस को भी जनमत नहीं मिला। उन्होंने प्रदेश कैबिनेट में कांगड़ा और चंबा जिलों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया और कहा कि इसे सहन नहीं किया जाएगा। हंस राज ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक्सीडेंटल सीएम भी बताया और सरकार को हिमाचल को ग्रीन स्टेट बनाने के लक्ष्य पर आगाह किया। उन्होंने कहा कि अभी भारत में सौर ऊर्जा संयंत्रों से निकलने वाले स्क्रैप को ठिकाने लगाने की कोई तकनीक नहीं है। ऐसे में हिमाचल को सरकार कैसे ग्रीन स्टेट बना सकती है। उन्होंने विधायक निधि को बढ़ाकर तीन करोड़ करने और साच पास, होली-उतराला सुरंग का जल्द निर्माण करने की मांग की। हंस राज ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए चुराह हलके के साथ स्पेशल ट्रीटमेंट करने और यहां बंद किए गए सभी संस्थानों को तुरंत ही बहाल करने की मांग की।
सुधीर शर्मा बोले- बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा है
कांग्रेस के सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा है। इस बजट में यह पहली बार है कि देश के अंदर कोई प्रदेश ग्रीन स्टेट बनने की और बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि बजट में सीएम इलेक्टिक व्हीकल की पॉलिसी लेकर आए हैं। बाकी प्रदेश भी इसका अनुसरण करेंगे और हिमाचल का ही नाम लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सौर उर्जा के क्षेत्र में नौजवानों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा और इसका जिक्र बजट में है। उन्होंने इसके लिए लैंड पूलिंग का भी सुझाव दिया, ताकि सभी को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि गगल हवाई अड्डे का विस्तार हो, इसके लिए सभी का समर्थन है। इससे पर्यटन आगे बढ़ेगा और पूरे जिले की अर्थव्यवस्था बदलेगी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कड़े कदम भी उठाने पड़े तो उठाने चाहिए।
नायक बनने चले थे खलनाय़क बन गए
बीजेपी सदस्य रणधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू नायक बनने चले थे, लेकिन सत्ता संभालते ही संस्थान बंद करने जैसे कड़वे निर्णय लेकर खलनायक बन गए। उन्होंने कहा कि सरकार ने सीएम 100 दिन बीत जाने के बाद भी अपना पूरा मंत्रिमंडल नहीं बना पाए हैं और न ही विधानसभा उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यही नहीं, सरकार ने जहां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बंद कर दिया है, वहीं कांगड़ा प्रवास भी बंद कर दिया। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह किस बात का जश्न मना रही है। विधायक विनोद कुमार ने सरकार पर वित्तीय प्रबंधन का ढोंग रचने का आरोप लगाया और कहा कि एक ओर सरकार आर्थिक संकट का रोना रो रही है, वहीं दूसरी ओर सीपीएस की लंबी फौज खड़ी कर दी है। यही नहीं, पूर्व बीजेपी सरकार पर कर्जों को लेकर हमला बोलने वाली कांग्रेस सरकार महज तीन माह में 45सौ करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है।
बजट चर्चा में मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार, आशीष बुटेल, दलीप ठाकुर,आशीष शर्मा और अन्य ने भाग लिया।