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पछताएगा चीन: BSNL-MTNL ने रद्द किया 4G टेंडर; हाइवे प्रॉजेक्ट्स में भी चाइनीज कंपनी होंगी बैन
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर तनाव के बीच भारतीय जवानों से साथ हुई झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत का बदला भारत आर्थिक मोर्चों पर ले रहा है। 59 चाइनीज मोबाइल ऐप्स (Chinese Mobile Apps) को बन करने का निर्णय लेने के बाद भारत ने चीन को एक और झटका देते हुए बीएसएनएल और एमटीएनएल (BSNL-MTNL) का 4G टेंडर रद्द कर दिया है। बतौर रिपोर्ट्स अब दोबारा नया टेंडर जारी किया जाएगा। सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल को चीन की कंपनियों से सामान ना खरीदने का निर्देश दिया था, जिसके बाद टेंडर को निरस्त कर दिया गया है। अब नए टेंडर (Tender) में मेक इन इंडिया और भारतीय टेक्नॉलजी को प्रोत्साहन देने के लिए नए प्रावधान होंगे।
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चीन कंपनियों पर बैन को लेकर जल्द नीति लाएंगे
वहीं दूसरी तरफ भारत अब हाइवे प्रॉजेक्ट में भी चीनी कंपनियों की एंट्री बंद करने के मूड में नजर आ रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बुधवार को कहा कि चीनी कंपनियों को संयुक्त उद्यम पार्टनर (JV) के रूप में भी काम नहीं करने दिया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश के अंदर हाईवे प्रोजेक्ट्स में चीन की कंपनियों को बैन किया जाएगा और वे हाईवे प्रोजेक्ट्स में साझीदार भी नहीं हो पाएंगी। उन्होंने कहा कि चीन कंपनियों (China companies) पर बैन को लेकर जल्द नीति लाएंगे। केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि एमएसएमई में भी चीनी कंपनियों को प्राथमिकता नहीं देंगे। गडकरी ने आगे कहा कि सरकार इस बात को सुनिश्चित करेगी कि चीनी निवेशक कई अन्य सेक्टर्स जैसे- लघु, छोटे और मध्य उद्यमों में प्रवेश न कर पाएं। गौरतलब है कि इसके पहले रेलवे के कई ठेकों से चीनी कंपनियों को बाहर कर दिया गया था। वहीं भारत चीन के बीच लद्दाख में हुए विवाद में पिछले महीने 20 भारतीय सेना के शहीद होने के बाद केन्द्रीय मंत्री का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है।