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नशे की लत ने उजाड़े कई परिवार, आपराधिक घटनाओं में भी हुआ इजाफा, पढ़ें ये रिपोर्ट
नई दिल्ली। देश में बीते कुछ सालों के दौरान नशे का प्रकोप काफी बढ़ गया है। नशे की लत ने कई परिवार को तबाह कर दिया है। वहीं, युवाओं में नशे के बढ़ते चलन के चलते आपराधिक घटनाओं में भी इजाफा देखने को मिला है। अब एक रिपोर्ट सामने आई है कि ड्रग्स लेने के चलते सुसाइड करने के मामलों का ग्राफ तेजी से ऊपर गया है। सरकार नशे की लत छुड़ाने के लिए कई कोशिश कर रही है, मगर मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नशे की लत के चलते केसों में सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। जबकि, दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, तीसरे पायदान पर तमिलनाडु है। ये रिपोर्ट लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान गृह मंत्रालय की तरफ से पेश किया गया। इस रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे में जानते हैं कि नशे की लत की वजह से होने वाले सुसाइड में कितने केस आ रहे हैं और इस मामले में कौन सा राज्य किस स्थान पर है, यह जानना काफी जरूरी है. आइए जानते हैं नशे की लत की वजह से होने वाले सुसाइड की संख्या को लेकर राज्यों की रिपोर्ट क्या कहती है 2018 से 2020 के बीच नशे की लत से परेशान लोगों की खुदकुशी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन साल में 24 हजार 222 लोगों ने खुदकुशी की है।
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अगर सिलसिलेवार तरीके से राज्यों की बात करें तो साल 2020 में नशे की वजह से महाराष्ट्र में 2479, कर्नाटक में 1477, तमिलनाडु में 1377, मध्यप्रदेश में 1331, केरल में 692, छत्तीसगढ़ में 372, आंध्र प्रदेश में 385, राजस्थान में 160, हरियाणा में 57 और दिल्ली में 134 सुसाइड के केस सामने आए हैं। साल 2019 में महाराष्ट्र में 2256, कर्नाटक में 1133, तमिलनाडु में 1042, मध्यप्रदेश में 1099, केरल में 792, छत्तीसगढ़ में 291, आंध्र प्रदेश में 302, राजस्थान में 160, हरियाणा में 87 और दिल्ली में 64 सुसाइड केस सामने आए थे।साल 2018 में महाराष्ट्र में 2010, कर्नाटक में 1230, तमिलनाडु में 1033, मध्यप्रदेश में 922, केरल में 656, छत्तीसगढ़ में 290, आंध्र प्रदेश में 196, राजस्थान में 105, हरियाणा में 137 और दिल्ली में 62 सुसाइड केस सामने आए थे।
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सुसाइड रोकने के लिए क्या कर रही है सरकार
सरकार ने सुसाइड टेंडेंसी को देखते हुए 272 सर्वाधिक प्रभावित जिलों में नशा मुक्त भारत अभियान के जरिए 42 लाख युवाओं से संपर्क की है। इसके अलावे 93 आउटरीच और ड्रॉप इन सेंटर बनाए गए हैं। वहीं, सरकार की ओर से 20189 जागरूकता कार्यक्रम 2021 में आयोजित किए गए हैं और लोगों को नशे को लेकर जागरूक किया गया है।