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सीएम बोले, कांग्रेस के पास कोई लीडर नहीं, सीपीएम को आउटसोर्स पर दी पार्टी
शिमला। हिमाचल विधानसभा (Himachal Assembly) में गुरुवार को प्रश्नकाल के शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया और वॉकआउट (walkout) कर दिया। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन छोड़कर विपक्ष ने बहुत बड़ा काम नहीं किया है। कर्मचारियों (Employees) के लिए वर्तमान सरकार संवेदनशील है। पंजाब के नए स्केल के आने के बाद सरकार ने वह सब कुछ किया है, जो संभव है। कांग्रेस (Congress) में नेतृत्व का संकट है। इससे इसी बात के सबूत मिले हैं। सीपीएम वाले इन्हें बता रहे थे कि कैसे नारेबाजी करनी है। उन्होंने अपनी पार्टी सीपीएम को आउटसोर्स (Outsource) कर दी है। देश में पूरी कांग्रेस पार्टी ही आउटसोर्स होने वाली है। सीएम ने सदन में कर्मचारियों से भी अपील की कि वे अपनी मांग को शांतिपूर्वक तरीके से रखें। हिमाचल प्रदेश की विकास दर 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने यह दी जानकारी।
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खारकीव में फंसे बच्चों को सुरक्षित लाने का प्रयास कर रही सरकार
सीएम जयराम ठाकुर ने यूक्रेन (Ukraine) में हिमाचलियों के फंसे होने पर कहा कि वहां रह रहे 198 छात्र कुशल वापस पहुंच गए हैं। अभी भी 249 यूक्रेन या समीपवर्ती देशों में फंसे है। 53 बच्चे खारकीव में फंसे हैं। 163 बच्चों से संपर्क स्थापित हो गया है। अधिकारी इन बच्चों के परिवारों से मिल रहे हैं। फंसे 86 बच्चों से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। चार केंद्रीय मंत्री पड़ोसी देशों में गए हैं। सकुशल वापसी का प्रयास कर रहे हैं। सरकार लगातार केंद्र के संपर्क में हैं। जो भी इनपुट बच्चों या अभिभावकों से मिल रहा है, इसके बारे में कम्युनिकेट कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) संवेदनशील होकर प्रबंध कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि बॉर्डर से निकलने का बाद नहींए खारकीवए सूमी और कीव में फंसे बच्चों को लाया जाए। जो लाए जा रहे हैंए वे वही हैं जो बॉर्डर पार कर चुके हैं। सीएम ने कहा कि इस बारे में भी ज़रूरी प्रयास होंगे।
विधायकों को नहीं मिल रहे कमरे, मोहन लाल ब्राक्टा
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्राइवेट मेंबर्स डे (Private Members Day) पर बदलते परिवेश में विधायकों की भूमिका पर चर्चा की गई। सदन में यह प्रस्ताव किन्नौर के कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने लाया। रोहड़ू के कांग्रेस विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि हिमाचल भवन चंडीगढ़ (Chandigarh) और दिल्ली में विधायकों को कमरे नहीं मिलते हैं। अफसरों के बच्चे वहां कई-कई दिन से ठहरे होते हैं। कमरे की कन्फरमेशन भी रात सात बजे होती है। ये दोपहर को 12 बजे होनी चाहिए।
विपक्ष के विधायक के काम रोके जा रहे हैं, भवानी सिंह पठानिया
कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया (Congress MLA Bhavani Singh Pathania) ने कहा कि विपक्ष के विधायक के काम रोके जा रहे हैं, यह मानकर कि कहीं श्रेय उन्हें न मिल जाए। चुने हुए और गैर चुने हुए का फर्क समझ आना चाहिए। चुने हुए प्रतिनिधियों की उपेक्षा कर हम गलत परंपरा बना रहे हैं।
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अधिकारी बैठकों में नहीं आते, इंद्रदत्त लखनपाल
कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल (Congress MLA Indradutt Lakhanpal) ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में अधिकारी बैठकों में नहीं आते हैं। वे कहते हैं कि कृपा करके उन्हें न बुलाएं। टारगेट न करवाएं। चिट बनाकर भेजा जाए, काम हो जाएगा। बाबा बालकनाथ ट्रस्ट में विधायक को नहीं बुलाया जाता।
विधायक को निजी सचिव और चालक दें, लखविंदर सिंह राणा
नालागढ़ के विधायक लखविंदर सिंह राणा (Nalagarh MLA Lakhwinder Singh Rana) ने कहा कि बहुत से विधायक ऐसे हैं जो खुद ही सारे काम करते हैं। उन्हें निजी सचिव और चालक दिए जाने चाहिए। बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर विधायकों का पैसा खर्च नहीं होता। पंचायत प्रधान सदुपयोग न करें तो कार्रवाई करें। उपायुक्त जो पैसे देते हैंए उसमें भी विधायक को प्राथमिकता देनी चाहिए। सोलन के कांग्रेस विधायक धनीराम शांडिल ने कहा कि विधायकों की संस्था को भी प्रभावी बनाएं। वह अपने काम को तभी ठीक से करेगाए जब उसका सम्मान होगा।
विधायकों का प्रोटोकॉल तय करें- सुक्खू
नादौन के कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू (Congress MLA Sukhwinder Singh Sukhu) ने कहा कि आज जहां सीएम हैं] कल वहां कोई और होगा। विधायकों का प्रोटोकॉल तय करें। विधायकों के लिए तहसील में कार्यालय खुलेए विधायक विश्राम गृह में बैठते हैं। जब विधायक बन जाते हैं। हम बुरे आदमी हैं। हर साल विधायकों की संपत्ति सार्वजनिक हो। इसके लिए वेबसाइट बनाएं। उसमें यह स्पष्ट हो कि कहां से कमाई की गई है। इससे विधायकों के काम में पारदर्शिता रहेगी।
स्पीकर बोले- हिंदी में बात करें
ऊना के कांग्रेस विधायक सतपाल सिंह रायजादा (Congress MLA Satpal Singh Raizada) ने पंजाबी में अपनी बात करनी चाही तो इस पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार बोले, हमारे पास ट्रांसलेटर नहीं है। हिंदी में बात करें।