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हमीरपुर में डेढ़ लाख बच्चों को खिलाई कृमिनाशक दवा की खुराक
हमीरपुर। राष्ट्रीय कृमि मुक्त अभियान (National Deworming Campaign) के तहत जिला हमीरपुर में स्वास्थय विभाग (Health Department) ने डेढ़ लाख के करीब बच्चों को कृमिनाशक दवा की खुराक खिलाई है। 21 नवंबर के कृमिनाशक अभियान में जो बच्चे इस खुराक से महरूम रहे थे, उन्हें 25 नवंबर को स्वास्थ्य विभाग ने यह खुराक दी है। स्वास्थय विभाग के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने कृमिनाशक दवा की खुराक देने से पहले कई दलों का गठन किया था और इन टीमों को प्रशिक्षण भी दिया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान के दौरान 1 से 5 साल के बच्चों को विटामिन ए व कृमिनाशक दवाई (Anthelmintic Drug) खिलाई है। वहीं 5 से 19 के बच्चों को मात्र कृमिनाशक दवाई खिलाई गई है। हमीरपुर में राष्ट्रीय कृमि मुक्त अभियान के तहत बच्चों को कृमिनाशक दवाई खिलाने का अभियान सफल रहा है।
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यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने बताया कि स्वास्थय विभाग के इस अभियान के तहत जिला के करीब डेढ़ लाख बच्चों को कृमिनाशक दवाई खिलाई गई है। 21 नवंबर को जो बच्चे किसी कारणवश इस दवाई को नहीं ले पाए थे उन्हें 25 नवंबर को यह दवाई खिलाई गई है। इस अभियान में बाहरी राज्यों से झुग्गी-झोपडिय़ों में रह रहे प्रवासी लोगों के बच्चों को विशेषतौर पर यह दवाई खिलाई गई है। उन्होंने कहा कि 60 से 70 प्रतिशत बच्चे अक्सर अनिमीया की चपेट में रहते हैं। जिससे बच्चों में खून की कमी, कमजोरी इत्यादि आना शुरू हो जाती है। इस बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थय विभाग पिछले कई दशकों से बच्चों को कृमिनाशक दवाई खिला रहा है। उन्होंने बताया कि इस दवाई के खाने के बाद बच्चों में मन मचलना व उल्टी आना साधारण लक्षण हैं। कृमिनाशक दवाई बच्चों के शरीर पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं डालती है।