-
Advertisement
बड़ी खबर: प्रदेश में लगातार दूसरे दिन डोली धरती; 2 जिलों में #Earthquake, चार जिलों में झटके
Last Updated on October 24, 2020 by
मंडी/बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए। शुक्रवार को चंबा व लाहुल-स्पीति में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद शनिवार को बिलासपुर और मंडी में धरती डोली है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई है। हालांकि, राहत की बात यह रही कि भूकंप से अभी तक किसी भी तरह का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। भूकंप का झटका 10 बजकर 34 मिनट पर महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र बिलासपुर में जमीन की सतह से सात किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके मंडी व बिलासपुर के अलावा हमीरपुर और ऊना में भी महसूस किए गए।
यह भी पढ़ें: साच-पास दर्रे में सीजन का पहला Snowfall, किलाड़- Chamba मार्ग पर इस साल की अंतिम Bus दौड़ी
शिमला स्थित मौसम विभाग द्वारा इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि भूकंप के झटके ज्यादा असरदार नहीं थे। कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। बता दें कि हिमालयी राज्य में आए दिन भूकंप में झटके महसूस किए जा रहे हैं। बीते कल प्रदेश के चंबा जिले में भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.7 आंकी गई थी। भूकंप का केंद्र पांच किलोमीटर भूमि के अंदर था। लोगों को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर झटके महसूस हुए। वहीं, इससे पहले इसी माह 13 अक्टूबर को शिमला और 9 अक्टूबर को जिला लाहुल-स्पीति में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। शिमला में आए भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र पांच किलोमीटर भूमि के अंदर था।
भूकंप आने पर जानिए क्या है सेफ्टी टिप्स
- छत और नींव के पलास्टर में पड़ी दरारों की मरम्मत कराएं।
- यदि कोई संरचनात्मक कमी का संकेत हो तो विषेशज्ञ की सलाह लें।
- सीलिंग में ऊपरी (ओवरहेड) लाइटिंग फिक्सचर्स (झूमर आदि) को सही तरह से टांगें।
- भवन निर्माण मानकों हेतु पक्के इलाके में प्रासंगिक बीआईएस संहिताओं का पालन करें।
- दीवारों पर लगे शेल्फों को सावधानी से कसें।
- नीचे के शेल्फों में बड़ी अथवा भारी वस्तुओं को रखें।
- भारी वस्तुओं को ऊपर कतई मत रखें।
- सांकल/चिटकनी वाली लकड़ी की निचली बंद कैबिनेटों में ऐसे सामान रखें, जो आसानी से टूट सकते हैं। जैसे चीनी मिट्टी के बर्तन आदि।
- इमरजेंसी नंबर्स को जरूर अपने फोन में सेव रखें।