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आपदा ने छीनी सिर से छत, अब टूटी हुई गौशाला में रहने के मजबूर हुआ परिवार
मंडी। हिमाचल प्रदेश में इस साल कुदरत का जो कहर बरसा है वो कभी नहीं भुलाया जा सकता। लोगों से उनके अपने जुदा हो गए। लोगों से उनकी ज़मीन, दुकानें सब छिन गए हैं। कई लोग बेघर हो गए हैं। ऐसा ही कुछ मंडी की कोटली उपमंडल के चोपड़ा गांव के एक परिवार के साथ। जहां उन्हे अपना आशियाना छोड़कर गौशाला में रहना पड़ रहा है। बता दें कि 14 अगस्त को भारी बारिश के कारण भिंत्रा देवी का पक्का मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मकान का आधा हिस्सा गिर चुका है जबकि आधा हिस्सा कभी भी गिर सकता है।
परिवार ने परिवार से लगाई मदद की गुहार
जब यह विपदा आई तो परिवार को उन दो गौशालाओं में पनाह लेनी पड़ी जिनमें उन्होंने अपने पशुओं को बांध रखा था। पशुओं को दूसरों की गौशाला में बांध रखा है। भिंत्रा के बेटे परस राम ठाकुर ने बताया कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जहां पशु बांधे होते थे वहां उन्हें खुद रहना पड़ेगा। बता दें कि जहां यह गौशाला बनी है वहां नाला भी है जिससे यहां भी खतरा बना हुआ है। 9 लोगों का परिवार आज आपदा का दंश झेलने को मजबूर है। इन्होंने सरकार से घर बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है।
डीसी ने कहा 1 लाख 20 हजार की ही मदद मिलेगीः भिंत्रा देवी
भिंत्रा देवी ने बताया कि नुकसान होने के बाद मौके पर प्रशासनिक अधिकारी तो आए लेकिन इतना नुकसान होने के बाद एक तिरपाल और 10 हजार की ही मदद मुहैया करवाई गई। डीसी के पास गए तो बताया गया कि 1 लाख 20 हजार की ही मदद मिलेगी उससे ज्यादा कोई मदद नहीं की जा सकती। ऐसा लग रहा है कि सरकार ने प्रभावितों से पल्ला झाड़ लिया है। वहीं, गांव के अन्य लोग भी सरकार से प्रभावितों को हरसंभव मदद करने की मांग उठा रहे हैं।
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