-
Advertisement
Congress नेता गुलाम नबी आजाद बोले- लोगों को पीएम नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए
श्रीनगर। राज्य सभा से रिटायर हुए गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने अब पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद की विदाई के मौके पर राज्य सभा में दिए गए भाषण में तारीफ की थी। अब आजाद ने पीएम की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। इससे पहले कल कांग्रेस से असंतुष्ट चल रहे जी 23 नेताओं ने भी आजाद की तारीफ तो की ही थी बल्कि कांग्रेस पार्टी को भी नसीहत दी थी। अब आज जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम (Former CM Jammu-Kashmir) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है।
यह भी पढ़ें: एंटीलिया विस्फोटक सामग्री मामला : जैश उल हिंद ने ली जिम्मेदारी, पैसों की मांग की
गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) आज गुज्जर समुदाय के एक कार्यक्रम में जनता को संबोधित कर रहे थे। इसी कार्यक्रम में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि हमें विनम्रता और लोगों को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए, जो पीएम बन गए, लेकिन अपनी जड़ों को नहीं भूले। राज्य सभा (Rajya Sabha) में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खुद को गर्व से चाय वाला कहते हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मेरे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन पीएम एक जमीनी व्यक्ति हैं। आजाद ने पीएम के साथ राजनीतिक मतभेदों (Political Differences) का जिक्र कर उनकी तारीफ की तो कश्मीर की अर्थव्यवस्था को लेकर भी अपनी राय रखी।
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले, पुण में स्कूल-कॉलेज 14 मार्च तक किए गए बंद
जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के सीएम रहे गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा कि हमें पहले जम्मू कश्मीर की आर्थिक स्थिति को ठीक करना होगा। उन्होंने इसके लिए मंत्र भी दिया और कहा कि विकास के काम को तीन गुना करना होगा। आजाद ने लगे हाथ केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से मिलने वाला फंड बढ़ाने की भी मांग कर डाली और कहा कि दिल्ली से तीन-चार गुना अधिक पैसा मिलना चाहिए। आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा कि हमारे समय में बजट कम होता था लेकिन हम अलग-अलग चीजों में पैसा लेते थे। आज काम दिखाई नहीं दे रहा है और उद्योग बंद हैं। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही जी-23 के नेताओं ने कांग्रेस (Congress G 23) आलाकमान को यह स्वीकार करने की नसीहत दी थी कि कांग्रेस (Congress) पार्टी कमजोर हुई है और इसे मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है।