-
Advertisement
शहीद Ankush के नाम पर बनेगा द्वार , परिजनों को 20 Lakhs देगी Jai Ram सरकार
Last Updated on June 20, 2020 by Sintu Kumar
हमीरपुर। भारत-चीन एलएसी विवाद (Indo-China clash at LAC) में शहीद हुए हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जवान अंकुश ठाकुर (Soldier Ankush Thakur) के नाम पर करोहता (Karohta) गांव को जोड़ने वाली सड़क पर शहीद के नाम से द्वार बनेगा। इसी तरह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मनोह को शहीद के नाम से जाना जाएगा। गांव में शहीद की प्रतिमा (Martyr’s statue) भी स्थापित की जाएगी। प्रदेश सरकार शहीद परिवार को बीस लाख की आर्थिक मदद भी मुहैया करवाएगी। ये बातें सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने शहीद के पैतृक निवास करोहता पहुंचने के उपरांत कही। वह आज शहीद के परिजनों से मिलने शिमला से करोहता पहुंचे थे। सीएम जयराम ठाकुर ने शहीद के पिता अनिल ठाकुर व मां उषा रानी सहित अन्य स्वजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की।
ये भी पढ़ें – Live : सीएम Jai Ram Thakur ने शहीद जवान Ankush Thakur के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया
सीएम जयराम ठाकुर ने इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शहीद के गांव के लिए रास्ता बनाया जाएगा, चूंकि जो रास्ता गांव से श्माशान घाट को जाता है उसकी हालत ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मनोह (Government Senior Secondary School Manoha) का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा शहीद परिवार की इच्छा पर गांव में अंकुश ठाकुर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस संबंध में शहीद के परिजनों ने सीएम जयराम ठाकुर को एक पत्र भी सौंपा है। इस पर सीएम ने डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा को कार्य करने का आदेश दे दिया। हिमाचल सरकार शहीद परिवार को 20 लाख (Tewenty lakh)रूपए देगी। सीएम जयराम ठाकुर ने शहीद के गांव में स्थित प्राईमरी स्वास्थ्य केंद्र (PHC) को भी अपग्रेड करने का आश्वासन दिया है।
शहीद के परिजन चाहते हैं कि अंकुश ठाकुर का भाई अभी छोटा है, इसलिए सरकार उसके चचेरे भाई की मदद करे। हालांकि, इस पर सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल पाया। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से हिंसक झड़प में हमीरपुर के उपमंडल भोरंज (Bhoranj subdivision of Hamirpur distt) के गांव करोहता का 21 वर्षीय जवान भी शहीद हो गया था। बीते कल ही उसका सैन्य सम्मान (Military Honors) के बीच अंतिम संस्कार हुआ है। प्रदेश सरकार की तरफ से पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर (Panchayati Raj Minister Virendra Kanwar) शामिल हुए थे। शहीद जवान अंकुश ठाकुर वर्ष 2018 में पंजाब रेजीमेंट में भर्ती हुआ था। अंकुश ठाकुर के पिता और दादा भी भारतीय सेना (Indian Army) में सेवाएं दे चुके हैं। 10 माह पहले ही अंकुश ने रंगरूटी काटकर घर से सेना की नौकरी ज्वाइन की थी। शहीद का छोटा भाई छठीं कक्षा में पढ़ता है।