-
Advertisement
मंडी के मोक्ष धाम में स्थापित हुआ ग्रीन क्रिमेटोरियम, अब नहीं होगा प्रदूषण
वी कुमार। छोटी काशी मंडी के हनुमान घाट पर बने मोक्षधाम में ग्रीन क्रिमेटोरियम का निर्माण किया जा रहा है। नगर निगम मंडी द्वारा अमेरिका में बसे मंडी शहर के निवासी समाजसेवी डॉ पुष्प कपूर व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग इस ग्रीन क्रिमेटोरियम का निर्माण किया जा रहा है। 20 दिन पूर्व ग्रीन क्रिमेटोरियम को बनाना शुरू किया गया था। अब यह बनकर लगभग तैयार हो गया है। ग्रीन क्रिमेटोरियम में अंतिम संस्कार करने के लिए सामान्य तौर पर लगने वाली लकड़ी जहां आधे से भी कम इस्तेमाल होगी। वहीं इससे पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी बल मिलेगा। इसमें धुआं उत्सर्जन के लिए इसमें 100 फीट ऊंची चिमनी लगाई गई है।
यह भी पढ़ें- चिंतपूर्णी व बाबा बालक नाथ मंदिर के लिए रोपवे विकसित करने की संभावनाएं तलाशे
इस चिमनी से धुंआ पानी में फिल्टर होकर बाहर निकलेगा, जिससे यहां के स्थानीय निवासियों को शव को जलाने पर निकलने वाली हानिकारक गैसों व धुएं से निजात मिलेगी। इस ग्रीन क्रिमेटोरियम की एक खास बात यह है कि चिमनी से धुआं उत्सर्जन घटकर लगभग आधा हो जाएगा। नगर निगम डिप्टी मेयर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि ग्रीन क्रिमेटोरियम को बनाने के लिए डॉक्टर पुष्प कपूर ने नगर निगम को 25 लाख का सहयोग किया है। इस यूनिट को फरीदाबाद की कंपनी द्वारा स्थापित किया जा रहा है। सामान्य तौर पर अंतिम संस्कार में साढ़े चार क्विंटल लकड़ी की खपत होती है। जबकि ग्रीन क्रिमेटोरियम सिस्टम में डेढ़ क्विंटल लकड़ी से ही शवहाह किया जा सकेगा। ग्रीन क्रिमेटोरियम यूनिट स्थापित करने का काम लगभग अंतिम चरण में है। जल्द ही ग्रीन क्रिमेटोरियम का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं सामाजिक संस्था वीर मंडल के प्रधान चंद्रशेखर वैद्य व स्थानीय निवासी नरेश वैद्य ने ग्रीन टरमेटोरियम स्थापित करने के लिए डॉ पुष्प राज कपूर का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ग्रीन क्रिमेटोरियम यूनिट स्थापित होने से आसपास के घरों में रह रहे लोगों को धुएं से निजात मिलेगी। चंद्रशेखर वैद्य ने बताया कि ग्रीन क्रिमेटोरियम शवदाह में भी सामान्य भट्टी के मुकाबले कम समय लगेगा। वहीं इस यूनिट के माध्यम से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा सकेगा।