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आम आदमी को मिलेगी राहत! दूध, दही, टूथपेस्ट,जूते-चप्पल से लेकर सस्ता हो सकता हैं ये सामान
GST Council: इनकम टैक्स में राहत के बाद अब केंद्र सरकार आम लोगों को एक और बड़ी राहत देने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) दरों में भारी कमी की जा सकती है, जिससे आम आदमी के रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान सस्ते हो जाएंगे। सरकार उन वस्तुओं पर जीएसटी कम करने पर गंभीरता से विचार कर रही है जो मध्यम और निम्न आय वर्ग के घरों में आमतौर पर उपयोग की जाती हैं और जिन पर वर्तमान में 12 फीसदी जीएसटी लगता है। अगर ऐसा होता है तो दूध, दही, पनीर से लेकर 1000 रुपए से ऊपर के कपड़े, 1000 रुपए तक के जूते, प्रिजर्व्ड फिश, ईंट, क्लीन एनर्जी डिवाइसेज, कंडेंश्ड मिल्क आदि कई सामान सस्ते हो सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि अगर 12 फीसदी के टैक्स स्लैब को खत्म कर दिया जाता तो कौन कौन से सामान सस्ता हो सकता है।
12 फीसदी जीएसटी स्लैब में आने वाले सामान: मक्खन, घी, प्रोसेस्ड फूड, बादाम, मोबाइल, फलों का रस, सब्जियों, फलों, मेवों या पौधों के अन्य भागों से बनी वस्तुएं जिनमें अचार, मुरब्बा, चटनी, जैम, जेली, पैक्ड नारियल पानी, छाता, 1000 रुपए से ज्यादा के कपड़े, 1000 रुपए तक के जूते शामिल हैं।
12 फीसदी जीएसटी स्लैब में आने वाली सेवाएं: होटल आवास ( प्रति रात्रि किराया 7,500 रुपए तक ), नॉन-इकोनॉमी क्लास में हवाई मार्ग से यात्री परिवहन, कुछ निर्माण कार्य, कुछ मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज और कुछ व्यावसायिक कार्य शामिल हैं।
जीएसटी के तहत 4 टैक्स स्लैब रखे
मौजूदा समय में जीएसटी के तहत 4 टैक्स स्लैब रखे गए हैं। जिसमें 5 फीसदी का टैक्स स्लैब सबसे कम है। उसके बाद 12 फीसदी का टैक्स स्लैब है, जिसे खत्म करने की बात सामने आ रही है। उसके बाद 18 फीसदी का टैक्स स्लैब रखा गया है। अंत में 24 फीसदी का टैक्स स्लैब है,जिसमें प्रीमियसम प्रोडक्ट्स को रखा गया है। जानकारों की मानें तो 12 फीसदी का टैक्स स्लैब खत्म करने का उद्देश्य महंगाई को कम करना और रोजमर्रा के सामान को सस्ता करना है। ताकि आम लोगों की तकलीफों को कम किया जा सके।
पंकज शर्मा