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पन्नू की चेतावनी: अलर्ट पर हिमाचल पुलिस, झंडे लगे वाहनों को नहीं मिलेगी प्रदेश में एंट्री
शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) को सिख फॉर जस्टिस संस्था के अध्यक्ष गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी भरे पत्र मिलने के बाद हिमाचल पुलिस अलर्ट हो गई है। मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश पुलिस ने सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने का फैसला लिया है। इसको लेकर पुलिस महानिदेशालय में पुलिस अधिकारियों की बैठक भी हुई। इसमें सीएम की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने के भी निर्देश दिए गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल में प्रवेश होने वाले सभी वाहनों की चेकिंग होगी। भिंडरावाला और खालिस्तान के झंडे लगाकर आने वाले वाहनों को सूबे में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अगर किसी वाहन में इस तरह के झंडे लहराते हुए पाए गए तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इस मामले में पुलिस का खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है। पन्नू की ओर से जारी ई मेल की सत्यता को भी जांचने में साइबर सेल जुट गया है। शनिवार को सीएम जयराम का पंजाब से सटे नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित दौरा है। इसको लेकर पुलिस जिला बद्दी को कड़े सुरक्षा बंदोबस्त करने को कहा गया है। रोपड़ की ओर से नालागढ़ की ओर आने वाली सभी गाडि़यों की गहनता से जांच करने के महानिदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं।
पन्नू भौंका : 29 अप्रैल को शिमला में भिंडरावाला और खालिस्तान के झंडे फहराने की दी धमकी
बता दें कि सिख फॉर जस्टिस संस्था के अध्यक्ष गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हिमाचल में भिंडरावाले की फोटो और खालिस्तानी झंडे लगी गाड़ियों को रोकने पर ऐतराज जताया है। साथ ही पन्नू ने सीएम जयराम ठाकुर को चेतावनी वाला पत्र भी भेजा है, जिसमें 29 अप्रैल को शिमला में भिंडरावाला और खालिस्तान के झंडे फहराने की धमकी दी है। शुक्रवार को ई मेल के माध्यम से कई पत्रकारों को पन्नू ने हिमाचल में भिंडरावाले की फोटो और खालिस्तानी झंडे लगी गाड़ियों को रोकने पर ऐतराज जताया है। पन्नू का कहना है कि वर्ष 1966 तक शिमला पंजाब की राजधानी रही है। ऐसे में सिखों के हक वापस लेने के लिए शिमला से शुरूआत की जाएगी। 29 अप्रैल 1986 को खालिस्तान घोषणा दिवस की घोषणा हुई थी। इसके चलते ही इस वर्ष 29 अप्रैल को शिमला में आवाज बुलंद करने का फैसला लिया गया है।
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जाहिर है कुछ दिनों पहले पंजाब की गाड़ियां भिंडरावाले के झंडों के साथ हिमाचल में दाखिल हुई थीं। मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों के अनुसार मंडी सहित कुछ जिलों में इस तरह के झंडे लगे बाइक और वाहनों के चालान किए गए। इसके जवाब में पंजाब के कीरतपुर साहिब में हिमाचल नंबर की गाड़ियों को रोका गया। बाद में जब मामला बढ़ा तो सीएम जयराम ठाकुर ने पंजाब सरकार के समक्ष मामला भी उठाया । मुख्य सचिव रामसुभग सिंह पंजाब सरकार के संपर्क में है। इसके बाद अब सीएम को चेतावनी पत्र जारी हुआ है। इसके बाद प्रदेश में खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। डीजीपी संजय कुंडू ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ इस बाबत बैठक भी की।