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जम्मू-कश्मीर में Snowfall प्राकृतिक आपदा घोषित, अब मदद पहुंचाने में नहीं होगी दिक्कत
Last Updated on January 11, 2021 by Sintu Kumar
जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर( Jammu-Kashmir)में भारी बर्फबारी ने तबाही मचा दी है। कई घर जमींदोज हो गए हैं तो मौसम खुलने के बाद भी जिंदगी पटरी पर नहीं लौटी है। ऐसे में अब भारी बर्फबारी (Snowfall) को प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) में शामिल कर लिया गया है। इसकी घोषणा भी कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर के पीर पंजाल से सटे पुंछ, राजोरी, चिनाब घाटी के रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जैसे कई इलाकों मे भारी बर्फबारी हुई है।
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बर्फबारी के कारण कई घरों जमींदोज तक हो गए हैं। इसके अलावा लोगों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब भारी बर्फबारी को प्राकृतिक आपदा घोषित कर दिया गया है। इससे पहले एसडीआरएफ नियमों के मुताबिक बर्फबारी प्राकृतिक आपदा की लिस्ट में शामिल नहीं थी। इसलिए तकनीकी तौर पर राहत कार्यों में ये रोड़ा बनती थी।
उपराज्यपाल ने की राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा
इसिलए अब जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी को प्राकृतिक आपदा में शामिल कर लिया गया है। उधर, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lt. Governor Manoj Sinha) ने सभी जिला उपायुक्तों और एसएसपी के साथ बैठक की। यह बैठक वर्चुअली आयोजित की गई थी। बैठक में उपराज्यपाल ने बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के आदेश भी जारी किए। बैठक में उपराज्यपाल को अधिकारियों ने बताया कि छोटे बचाव वाहनों की कमी है। इस वजह से बर्फबारी के दौरान राहत कार्यों में दिक्कतें पेश आती हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को एंबुलेंस और अन्य तरह के बचाव वाहन तत्काल मुहैया करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान बचावा कार्यों और बर्फ हटाने के कार्यों की भी समीक्षा की की गई।