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चंबा में अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का राज्यपाल के हाथों हुआ शुभारम्भ
चंबा। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल (Himachal Pradesh Governor Shiv Pratap Shukla) ने रविवार को यहां ऐतिहासिक मिंजर मेले (Minjar Mela) का शुभारम्भ किया। राज्यपाल बनने के बाद यह उनका पहला चंबा (Chamba) दौरा था। उनके साथ राज्य की प्रथम महिला, उनकी पत्नी जानकी शुक्ल भी उपस्थित थीं।
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इस मौके पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों में आयोजित होने वाले मेले न केवल समृद्ध संस्कृति के संरक्षण एवं प्रसार में श्रेष्ठ भूमिका निभाते हैं, बल्कि आपसी भाईचारे को भी बढ़ावा देते हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चंबा जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध है। प्रदेश के हर गांव और शहर की एक भिन्न सांस्कृतिक पहचान है, जो अन्यत्र नहीं मिलती। मिंजर महोत्सव का प्राचीन परंपराओं, मान्यताओं और आस्थाओं से गहरा संबंध है।
बारिश, बाढ़ से नुकसान पर जताई चिंता
इस अवसर पर राज्यपाल ने भारी बारिश और बाढ़ से हुई जान-माल की क्षति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि चम्बा जिले में भी काफी नुकसान हुआ है, लेकिन जिस तत्परता से सरकार, प्रशासन, पुलिस बल और केंद्र से मदद मिली है, उससे राज्य में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए भारतीय वायुसेना, थलसेना और अर्धसैनिक बलों को धन्यवाद दिया। इससे पूर्व, राज्यपाल ने पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार गीतों के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मिंजर मेले का औपचारिक शुभारम्भ किया। उन्होंने प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर में मिंजर भेंट कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कला एवं शिल्प मेले तथा विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को दर्शाती प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ किया।