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प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर सरकार का बड़ा एक्शन, एक दिन का वेतन काटने, सस्पेंड करने के आदेश
Himachal News: चेतावनी के बावजूद शिमला के चौड़ा मैदान में प्रदर्शन में शामिल हुए शिक्षकों पर प्रदेश सरकार ( Himachal govt)ने डंडा चला दिया है। शिक्षा सचिव (Education Secretary) की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। साथ ही प्रदर्शन में सरकार, सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों के खिलाफ बयानबाजी करने वाले शिक्षकों को तुरंत निलंबित (Suspended)किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary action)की जाएगी।
सरकार ने दिए सख्त निर्देश
प्राथमिक शिक्षक संघ ने आज चौड़ा मैदान में प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher)प्रदर्शन में शामिल हुए और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। स्कूल शिक्षा निदेशक को ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करने को कहा गया है। सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं कि गैर शिक्षण कार्य करने से मना करने वाले शिक्षकों को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट या समयपूर्व सेवानिवृत्ति दी जाएगी।
कार्यों को करने से मना किया तो प्रीमेच्योर रिटायरमेंट
सरकार के अनुसार यह ध्यान में आया है कि संघ के पदाधिकारियों व शिक्षकों की ओर से किसी तरह का ऑनलाइन कार्य नहीं करने, ऑनलाइन हाजिरी ना लगाने व एमडीएम का कार्य नहीं करने का बयान दिया गया है जोकि सरकार के निर्देशों की सीधी अवहेलना है और इसे गंभीरता से लिया गया है। उप शिक्षा निदेशकों को ऐसे मामलों की निगरानी करने को कहा गया है। जो शिक्षक इन कार्यों को करने से मना करेंगे, उन्हें प्रीमेच्योर रिटायरमेंट दी जाएगी।
नोटिस को नजर अंदाज कर प्रदर्शन किया
प्रदर्शन से पहले शिक्षा सचिव की ओर से प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जगदीश शर्मा और महासचिव संजय को नोटिस जारी कहा कि अगर शिक्षकों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया तो इसे मिस कंडक्ट माना जाएगा। लेकिन शिक्षकों ने सरकार के नोटिस को नजर अंदाज कर प्रदर्शन किया और शिक्षा सचिव के खिलाफ नारे भी लगाए
संजू चौधरी