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अंडा खाने के हैं शौकीन तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां; सेहत बनने के बजाय हो जाएगा नुकसान
नई दिल्ली। देश भर से मानसून की विदाई हो चुकी है और ठंड ने अपनी दस्तक देनी शुरू कर दी है। ठंड के महीनों में एक तरफ जहां अंडे (Eggs) की खपत बढ़ जाती है, वहीं अंडे के शौकीन लोगों के लिए मौसम किसी वरदान से कम नहीं होता। क्योंकि इस मौसम के दौरान अंडे खाने से नुकसान भी कम होते हैं। गौरतलब है कि अंडे में प्रोटीन, विटामिन के अलावा कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए डॉक्टर्स भी हर दिन कम से कम एक अंडा खाने की सलाह जरूर देते हैं। वैसे तो अंडे खाने के कई सारे तरीके होते हैं लेकिन ये सभी तरीके सेहतमंद नहीं होते हैं। तो आइए जानते हैं कि अंडा बनाने का कौन सा तरीका सबसे सही है और क्यों।
पकाए हुए अंडे में मिलता है ज्यादा प्रोटीन
अंडे को अच्छे से पकाकर खाना सबसे सुरक्षित और बेहतर माना जाता है। इस तरह से पकाया गया अंडा आसानी से पच जाता है। एक स्टडी के अनुसार कच्चे अंडे में 51 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है जबकि पकाए हुए अंडे में 91 फीसदी प्रोटीन मिलता है। तापमान की वजह से प्रोटीन में कई तरह के संरचनात्मक बदलाव आ जाते हैं। दरअसल जब अंडे को तापमान पर पकाया जाता है तो प्रोटीन की ये अलग-थलग बनावट टूट जाती है और ये सारे प्रोटीन एक साथ मिल जाते हैं। अंडे के इस प्रोटीन को शरीर के लिए पचाना आसान होता है।
तेज तापमान पर पकाने से खत्म हो जाते हैं कई पोषक तत्व
वहीं, अंडा बायोटिन का बहुत अच्छा स्रोत है। बायोटिन एक ऐसा पोषक तत्व है जो फैट और शुगर मेटाबॉलिज्म को सही रखता है। ये विटामिन B7 और विटामिन H के रूप में भी जाना जाता है। कच्चे अंडे में एविडिन प्रोटीन होता है जो बायोटिन को बनने नहीं देता है। वहीं अंडे को पकाने से एविडिन बदल जाता है जिससे शरीर को बायोटिन मिलता है। वैसे तो अंडे को पकाकर ही खाना सबसे सही है लेकिन तेज तापमान पर पकाने से इसके कई पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। एक स्टडी के मुताबिक, अंडे को देर तक पकाने से उसका विटामिन ए लगभग 17-20 फीसदी तक कम हो जाता है। अंडे के माइक्रोवेव करने, उबालने और फ्राई करने से इसके एंटीऑक्सीडेंट में 6 से 18 फीसदी तक की कमी आ जाती है। हालांकि, तेज तापमान पर भी अंडे को जल्दी पका लेने से उसमें कुछ पोषक तत्व मौजूद रहते हैं।
वजन घटाने के लिए पोच्ड या उबले अंडे खाने चाहिए
अंडे की जर्दी में बहुत सारा कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। एक बड़े अंडे में लगभग 212 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। जब अंडे को ज्यादा तापमान पर पकाया जाता है तो ये कोलेस्ट्रॉल ऑक्सीकृत होकर ऑक्सीस्टेरोल में बदल जाता है। कई लोगों के लिए ये चिंता की बात है क्योंकि ऑक्सीस्टेरोल से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अंडे को अगर हेल्दी बनाना चाहते हैं तो कुकिंग में कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो फिर आपको पोच्ड या उबले अंडे खाने चाहिए। इनमें फ्राइड, स्क्रैम्बल्ड या ऑमलेट की तुलना में कम कैलोरी होती है। एग के साथ सब्जियों का कॉम्बिनेशन भी बना सकते हैं। अगर आप ज्यादा तापमान पर अंडे पका रहे हैं तो ऐसा तेल चुनें जो ज्यादा तापमान पर भी स्थिर रहता हो और आसानी से ऑक्सीडाइज ना होता है।