-
Advertisement
![](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2023/06/Heavy-Rain-1.jpg)
बारिश ने अकेले मंडी जिले को लगाई 4 करोड़ की चपत
मंडी। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की पहली ही जोरदार बारिश (Monsoon Rain) ने सरकार और विभिन्न जिलों में प्रशासन की तैयारी की पोल रविवार को खोल दी है। अकेले मंडी जिले (Mandi Distrcit) में प्रशासन को बारिश से 4 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा है। उधर, मंडी-पठानकोट (Mandi Pathankot Highway) हाईवे शनिवार रात से रविवार सुबह तक बंद रहा। रास्ते में हुए भूस्खलन के कारण मलबा हटाने में 10 घंटे से ज्यादा समय लगा।
यह भी पढ़े:हिमाचल में बारिश की तबाही, रामपुर में बादल फटा, 100 से ज्यादा सड़कें बंद
कहां-कितना नुकसान
- लडभड़ोल-सांडापत्तन और जोगिंद्रनगर सरकाघाट सड़क के कई हिस्सों की टारिंग, सुरक्षा डंगों के क्षतिग्रस्त हो जाने से लोक निर्माण विभाग सब डिवीजन लडभड़ोल को अनुमानित एक करोड 27 लाख का नुकसान दो दिन की बारिश से हुआ है।
- कुराटी-ढ़गौण सड़क में समखेतर गांव के पास नाले में बाढ़ आने से वहां बिछाए तीन पाइप पानी के तेज बहाव में बह गए। करीब 20 गांवों के सैकड़ों लोगों सड़क सुविधा से वंचित हो गए हैं। अनुमानित डेढ़ करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है।
यह भी पढ़े: सराज में बारिश का कहर- तुंगाधार में नाले में आई बाढ़, गाड़ियां बही, घरों को पहुंचा नुकसान
ये रास्ते हुए बंद
कटिंडी-कमांद-बजौरा वैकल्पिक मार्ग भी शालगी के पास फिर पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है। यहां लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी तैनात रखी है, बंद मार्ग को बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते राहत कार्य प्रभावित हो रहा है। मूसलाधार बारिश से द्रंग क्षेत्र के दर्जनों संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। जहां लोक निर्माण विभाग ने बंद मार्गों को बहाल करने के लिए मशीनरी भेज दी है। एनएचएआई (NHAI) के साइट इंजीनियर साहिल जोशी ने बताया कि स्वाड़ नाला के पास भारी-भरकम मलबा एनएच में आ गया था। सुबह 7:30 बजे जेसीबी मशीन भेज कर अवरुद्ध मार्ग बहाल कर दिया है।
यह भी पढ़े:खेतों में गया था शख्स पीछे से आई बाढ़, साढ़े तीन घंटे बाद रेस्क्यू करके निकाला