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अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा का भव्य शुभारंभ, हजारों ने खींचा भगवान रघुनाथ का रथ
कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा (International Kullu Dussehra) का मंगलवार को विधिवत शुभारंभ हो गया। 7 दिन तक चलने वाले इस उत्सव का आगाज गाजे-बाजे के साथ भगवान रघुनाथ (Lord Raghunath) के ढालपुर स्थित रथ मैदान पर पहुंचने के बाद हुआ। यहां पर मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह और राज परिवार के अन्य सदस्यों ने रथ की परिक्रमा की। इसके बाद माता भेखली का इशारा मिलते ही भगवान रघुनाथ की रथयात्रा (Rath Yatra) शुरू हुई। श्रीराम के जयघोष के साथ हजारों लोगों ने भगवान रघुनाथ का रथ खींचा।
कुल्लू पहुंचे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी भगवान रघुनाथ के दर्शन किए। इससे पहले मंगलवार सुबह दशहरा उत्सव के लिए कुल्लू पहुंचे देवताओं ने भगवान रघुनाथ के सामने रूपी महल में हाजिरी भरी। रथयात्रा के लिए ढालपुर (Dhalpur) आने से पहले भगवान रघुनाथ की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। इस उत्सव में शामिल होने के लिए 300 देवी देवताओं को निमंत्रण भेजे गए थे।
32 वर्षों बाद पहुंचे कार्तिक स्वामी
मनाली के सिमसा गांव के कार्तिक स्वामी करीब 32 वर्षों बाद कुल्लू दशहरा में शामिल होने आए हैं। कार्तिक स्वामी ने मंगलवार सुबह राजमहल में जाकर भगवान रघुनाथ के दरबार में हाजिरी भरकर प्राचीन परंपरा का निर्वहन किया। इसके बाद देवता ढालपुर में अपने अस्थायी शिविर में विराजमान हुए। जिला कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम के मुताबिक, कार्तिक स्वामी इस बार कुल्लू दशहरा में शिरकत कर रहे हैं। कार्तिक स्वामी सिमसा के कारदार युवराज ठाकुर ने बताया कि उनके आराध्य देव 32 साल बाद कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने से कारकूनों और देवलुओं में उत्साह का माहौल बना हुआ है।