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हिमाचल: जेबीटी प्रशिक्षुओं ने किया कक्षाओं का बहिष्कार, जमकर किया विरोध प्रदर्शन जाने क्यों
Last Updated on November 14, 2022 by sintu kumar
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में जेबीटी प्रशिक्षुओं (JBT Trainees) ने एक बार फिर कक्षाओं का बहिष्कार (Boycott Classes) करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया है। इन प्रशिक्षुओं ने यह विरोध प्रदर्शन बीएड डिग्री धारक युवाओं को भी जेबीटी भर्ती के लिए पात्र किए जाने के विरोध में सोमवार को किया। इस दौरान उन्होंने मांग की है कि बीएड डिग्री धारकों (B.Ed Degree Holders) को जेबीटी में शामिल ना किया जाए। जेबीटी यूनियन की जिलाध्यक्ष आरती कटारिया ने सवाल उठाया है कि जब जेबीटी प्रशिक्षुओं के लिए अलग से सरकार की ओर से सरकारी और निजी सरकारी संस्थान खोले गए हैं, तो बीएड डिग्री धारकों को कैसे जेबीटी के लिए पात्र किया जा रहा है। जबकि दोनों की न्यूनतम योग्यता भी अलग अलग है।
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आरती कटारिया ने कहा कि हर साल लगभग 5000 से ज्यादा युवा जेबीटी की ट्रेनिंग (JBT Training) लेते हैं। कटारिया ने कहा कि बीएड को जेबीटी टैट में लाने से जेबीटी/डीएलडी के हक पर डाका डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 हजार से अधिक प्राइमरी स्कूल मात्र एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं और प्रदेश में बेरोजगारी अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में इस तरह का फैसला जेबीटी/डीएलडी डिप्लोमा धारकों के लिए सही
नहीं है। आरती कटारिया ने चेतावनी दी है कि इस तरह के फैसलों को जेबीटी प्रशिक्षु बिल्कुल भी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाता। इसके बाद एक ज्ञापन भी डीपीओ मंडी के माध्यम से शिक्षा विभाग और प्रदेश शिक्षा बोर्ड को भेजा गया ताकि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार कर इसे वापस ले सकें।