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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 हटाए और 35 ए हटाए जाने के साथ ही प्रदेश को दो भागों में बांट कर अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने का एक साल आज 5 अगस्त 2020 को पूरा हो गया। यहां हुए इस बड़े बदलाव के बाद जहां सरकार तेजी से विकास के मोर्चे पर फोकस करके लोगों का दिल जीतने के प्रयास में जुटी हुई है। वहीं, इस अवधि में अपनी राजनीतिक जमीन गंवाने वाले दलों के लिए आज का ये दिन एक अलग सी टीस देने वाला है।
In strict restrictions&curfew in #JammuAndKashmir on completion of 1 year of revocation of #Article370, BJP Leader Rumisa Rafiq hoisted National Flag @LalChowk in South Kashmir's #Anantnag.@narendramodi achieved
एक राष्ट्र,एक निशान,एक संविधान promise. #5thAugustGoldenDay pic.twitter.com/Z0XA9DTzft— anita choudhary (@anitachoudhary) August 5, 2020
अब जम्मू-कश्मीर में हुए इस बदलाव की वर्षगांठ के मौके पर बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता रम्यसा रफीक ने अनंतनाग के लाल चौक पर तिरंगा फहराया। बीजेपी की कार्यकर्ता रम्यसा रफीक की यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। रम्यसा बुधवार सुबह हाथ में तिरंगा लिए लाल चौक पहुंचीं और काफी देर तक यहां तिरंगा लहराती रहीं। जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख रवींद्र रैना ने कहा, ‘धारा 370 ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद, आतंकवाद और पाकिस्तान की विचारधारा को जन्म दिया, यह देश हित में लिया गया बहुत बड़ा निर्णय था।’
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के हालत में पूरी तरह से परिवर्तन करने के बाद से केंद्र सरकार सूबे के विकास कार्यों पर ज़ोर देते हुए घाटी को आतंक मुक्त बनाने के प्रयास में जुटी हुई है। रोजगार के लिहाज से उद्योग लगाने के लिए छह हजार एकड़ सरकारी भूमि चिन्हित की गई है। करीब 13600 करोड़ रुपए के 168 एमओयू दस्तखत किए गए हैं। बीते एक साल में सात केंद्र प्रायोजित योजनाओं में शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का दावा जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा किया गया है।
आकांछी जिलों में शामिल कुपवाड़ा में सोशल सेक्टर की योजनाओं में त्वरित कारीबक जरिये जिले के कई गांवों को मॉडल बनाने की कोशिश की गई है। बीते एक साल की उपलब्धियों का दावा करते हुए कहा गया है कि 50 नए डिग्री कॉलेज शुरू किए गए हैं और 25 हजार नई सीट कॉलेज में जुड़ी हैं। हालांकि कोविड की वजह से संस्थान बंद चल रहे हैं। सात नए मेडिकल कॉलेज जम्मू-कश्मीर में शुरू हुए हैं। शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि स्पष्ट संदेश है कि विकास के क्षेत्र में जो गैप था वह भरा जा रहा है। दिलों की दूरियां भी अगर कहीं हैं तो आने वाले दिन में मिट जाएंगी। बहुत से लोगों ने बदलाव स्वीकार किया है। बाकी लोगों को भी आने वाले दिनों में फायदा नजर आएगा।
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