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श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने की पहली वर्षगांठ के एक दिन बाद गुरुवार को कुलगाम (Kulgam) के वेसु में आतंकवादियों ने बीजेपी के सरपंच सज्जाद अहमद खांडे की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी। आतंकियों ने काजीकुंड में बीजेपी (BJP) सरपंच पर उनके आवास पर फायरिंग की, जिसके तुरंत बाद उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, यह घटना गुरुवार सुबह की है। यह घाटी में किसी बीजेपी नेता के ऊपर बीते दो दिन में हुआ दूसरा हमला था। इससे पहले, 4 अगस्त को आतंकियों ने कुलगाम में ही बीजेपी के एक अन्य सरपंच आरिफ अहमद को गोली मारी थी जो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
इस दोनों वारदातों के बीच जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटे के अंदर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चार नेताओं ने इस्तीफा (Resignation) दे दिया है। बीजेपी से इस्तीफा देने वाले नेता कुलगाम के देवसर से सरपंच समेत सबजार अहमद पाडर, निसार अहमद वानी और आशिक हुसैन पाला है। सबजार अहमद पाडर, निसार अहमद वानी और आशिक हुसैन पाला ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। इन लोगों ने साफ तौर पर कहा कि आज के बाद उनका बीजेपी से कोई नाता नहीं है। अगर उनके कारण किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो वे इसके लिए माफी चाहते हैं।
अब इन नेताओं ने बीजेपी से किनारा कसने की बात को भले ही अपना निजी फैसला बताया हो लेकिन इसके पीछे की वजह कुलगाम में सरपंचों के उपर हुए जानलेवा हमले को बताया जा रहा है। सरपंचों पर हमले से बीजेपी नेताओं में डर का माहौल है। माना जा रहा है कि आतंकियों के हमले के बाद ही बीजेपी नेता इस्तीफा दे रहे हैं। हालांकि, इस्तीफा देने वाले नेताओं का कहना है कि अपनी व्यस्तता के कारण वह बीजेपी की गतिविधियों को अंजाम देने का समय नहीं निकाल पा रहे हैं, इसीलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
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