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J&K: पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन घर में नज़रबंदी से एक साल बाद हुए रिहा
Last Updated on July 31, 2020 by Deepak
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में अपने घर पर नज़रबंद पीपल्स कॉन्फ्रेंस (People’s Conference) के अध्यक्ष सज्जाद लोन (Sajjad lone) को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया। वो पिछले एक साल से नजरबंद (House arrest) चल रहे थे। अनुच्छेद-370 हटने के बाद 5 अगस्त 2019 को हिरासत में लिए गए सज्जाद को कश्मीर के अन्य नेताओं के साथ एमएलए हॉस्टल में रखा गया था। फिर 5 फरवरी को उन्हें चर्च लेन स्थित उनके घर पर शिफ्ट किया गया था। लोन ने रिहा होने के बाद ट्विटर पर ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही कुछ साझा करूंगा।
Finally 5 days short of a year I have been officially informed that I am a free man. So much has changed. So have I. Jail was not a new experience. Earlier ones were harsh with usual doses of physical torture. But this was psychologically draining. Much to share hopefully soon.
— Sajad Lone (@sajadlone) July 31, 2020
सज्जाद लोन ने ट्वीट कर लिखा कि आखिरकार, एक साल पूरे होने से पांच दिन पहले मुझे आधिकारिक रूप से बताया गया कि अब मैं आजाद व्यक्ति हूं। काफी कुछ बदल गया है। मेरे लिए जेल कोई नया अनुभव नहीं था। पहले वालों में शारीरिक यातनाएं दी गईं थीं, लेकिन इस बार मनोवैज्ञानिक रूप से परेशान करने वाला था। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही काफी कुछ साझा करूंगा।
Good to hear that Sajad Lone has been released from illegal house arrest. I hope others under similar illegal detention will also be released without delay.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 31, 2020
उनकी रिहाई की खबर आने के बाद कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘सुनकर अच्छा लगा कि सज्जाद लोन को अवैध नज़रबंद से रिहा कर दिया गया है। उम्मीद है कि इसी तरह अवैध नज़रबंदी में बंद दूसरे लोगों को भी रिहा किया जाएगा।’ बता दें कि बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं को हिरासत से रिहा किया गया था। इनमें से उमर अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला और कई अन्य राजनेताओं को श्रीनगर में रखा गया था, जहां से वे रिहा हुए। जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती समेत कई अन्य लोग अब भी हिरासत में हैं और सभी ने आदालतों में अपील कर रिहाई की मांग की है।